हर साल की तर्ज पर इस बार भी जिला कुल्लू प्रशासन ने जिला में सहासिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है। ये रोक 15 सितंबर तक रहेगी। इस दौरान कोई भी सहासिक गतिविधियां नहीं करवा पाएंगे। हालांकि तीन जुलाई से भी मौसम की बेरूखी के कारण रोक लगा दी थी लेकिन उसके बाद मौसम साफ होने के बाद रोक हटा दी थी। परंतु अब 15 जुलाई से 15 सिंतबर तक पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
लिहाजा, इसके बाद अगर कोई सहासिक गतिविधियों को अंजाम देता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीसी कुल्लू यूनुस ने अधिसूचना जारी करते हुए जिला में सहासिक गतिविधियों को रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं। डीसी के अनुसार खराब मौसम और ब्यास नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए यह कदम एतियात के तौर पर हर साल ये कदम उठाए जाते हैं ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो। उन्होंने बताया कि जिला कुल्लू में इस दौरान ब्यास नदी में राफ्टिंग, रीवर क्रॉसिंग सहित पैराग्लाईडिंग तमाम तरह की सहायिक गतिविधियों पर रोक रहेगी।
डीसी कुल्लू ने बताया कि पर्यटन विभाग को आदेश जारी कर दिए हैं कि वे सहासिक गतिविधियों को तुरंत बद करवा दें। जिला पर्यटन विकास अधिकारी भाग चंद नेगी ने बताया कि अगर इस दौरान कोई भी सहासिक गतिविधियों को अंजाम देते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।