एसएफआई इकाई कुल्लू ने कॉलेज की मांगों को लेकर महाविद्यालय में धरना प्रदर्शन किया । यह प्रदर्शन एससीए चुनाव की बहाली, कॉलेज में अध्यापकों के रिक्त पद व छात्रों को बसों की सुविधा नहीं मिलने को लेकर किया गया है। इस मौके पर उपस्थित छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुा इकाई के अध्यक्ष अरुण ने कहा कि 2013 में आखरी बार प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव हुए थे और 6 वर्ष होने बाले हैं अभी तक छात्र संघ चुनाव बहाल नहीं हुए।
एसएफआई ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हिमाचल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में जीत कर आती है तो वह छात्रों के जो लोकतांत्रिक अधिकार है उन्हें बहाल करेगी और एक बेहतर शिक्षा हिमाचल के छात्रों को देगी। इन्हीं मुद्दों का इस्तेमाल कर बीजेपी ने छात्रों का वोट बटोरने के लिए किया। बीजेपी विधानसभा चुनाव जीत गई परंतु जो वायदे छात्रों से किये थे उनसे प्रदेश की सरकार लगातार पीछे हट रही है।
उन्होंने कहा कि छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकार उनसे छीने जा रहे हैं। शिक्षा के हालात आज पूरे प्रदेश में दयनीय है। प्रदेश में किसी भी कॉलेज में अध्यापकों के पूरे पद नहीं है। लगातार बीच सत्र में अध्यापकों के तबादले किए जा रहे हैं। जिससे कॉलेज के अंदर छात्र अपनी पढाई पूरी नहीं कर पा रहे हैं। इकाई सचिव संजीव ने कहा की एसएफआई का इतिहास संघर्षों का इतिहास रहा है जब कभी भी प्रदेश की सरकार ने शिक्षा से आम छात्रों को दूर करने की कोशिश की है तब तब एसएफआई ने सरकार का विरोध किया है।