हाल ही में हुई सड़क दुर्घटनाओं के बाद प्रदेश सरकार ने बसों में ओवरलोडिंग करने पर सरकार ने नकेल कसी है। जिसके चलते कई जिलों में लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। कई जगहों पर स्कूली बच्चों को बसों में नहीं बैठाया जा रहा है। जिसका बच्चों ने विरोध भी किया।
बसों की कमी को लेकर सीपीआईएम ने आज शिमला में एचआरटीसी प्रबंध निदेशक के दफ्तर का घेराव किया और चेतावनी दी कि अगर एचआरटीसी एमडी उनसे वार्ता नहीं करते हैं और बसों की कमी को दूर नहीं करते हैं तो सीपीआईएम अपने धरने को अनिश्चितकालीन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे। हालांकि एमडी अपने दफ्तर में मौजूद नहीं थे।
सीपीआईएम नेता और विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद सरकारी विभागों की पूरी व्यवस्था डावांडोल हो गई है।बसों में ओवरलोडिंग रोकने के नाम पर आम लोगों और बच्चों को परेशान किया जा रहा है।
एचआरटीसी की बसें खटारा हो चुकी हैं जिसकी वजह से हर रोज दुर्घटनाएं हो रही है।विभाग में चालकों और परिचालकों की भारी कमी चल रही है जिन्हें सरकार भर नहीं रही है। राकेश सिंघा ने विभाग को चेताया है कि अगर जल्द समस्याओं का समाधान नहीं किया तो सीपीआईएम आम जनता को लामबंद करते हुए सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेगी।