लाहौल के रलिंग गांव के किसान सुनील कुमार ने अपने खेतों में 17.2 किलो की एक बंद गोभी तैयार करने में सफलता पाई है। सुनील कुमार पेशे से किसान और शिक्षा ग्रेजुएट हैं। जैविक खेती के जरिए कुछ नए प्रयोगों की बदौलत सुनील कुमार ने 17.2 किलो की एक बंद गोभी तैयार करने में सफलता पाई है।
उनके प्रयोगों से 17 किलो का एक गोभी उगाए जाने की खबर ने देश के कृषि विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों को भी हैरान परेशान कर दिया है। किसान कहते हैं की उनके परिवार ने शुरुआत से ही जैविक खेती पर ध्यान दिया। अमूमन गोभी का फूल दो किलो का होता है, लेकिन उन्होंने इस साल 17.2 किलो का उगाया है।
बता दें कि इससे पहले लाहौल-स्पिति के मुख्यालय केलांग के किसान अशोक चेवांग ने अपने खेत में 3 किलो का शलगम उगा दिया। अशोक का कहना है कि शलगम का खेत लगाया था। उसमें और भी शलगम लगे है। लेकिन ये सबसे बड़ा शलगम है। जिसका भार 3 किलो है। इससे पहले उनके खेत में इतना बड़ा शलगम नहीं उगा।
अशोक का कहना है कि खेतों में वह सिर्फ़ गाय का गोबर ही डालते है। किसी तरह के रसायन या कीटनाशकों का प्रयोग खेती में नहीं किया जाता है। बीज भी स्थानीय मार्किट से लिया गया था। वैसे उनके खेत में शलगम का आकार अच्छा होता है। लेकिन इतना बड़े आकार का शलगम पहली बार उनके खेत में उगा है।