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लाहौल-स्पीति: हिमाचल के सबसे ऊंचे आइस हॉकी रिंक में कोचिंग कैंप शुरू

समाचार फर्स्ट डेस्क |

हिमाचल प्रदेश के सबसे उंचे आईस हॉकी रिंक में पहली बार प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गया है। कृषि जनजातीय एंव सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्री डा. राम लाल मारकण्डा ने लाहौल स्पीति के काजा उपमंडल में 20 दिसंबर से 29 दिसंबर तक चलने वाले इस 10 दिवसीय आईस हॉकी कोचिंग कैंप एंव टूनामेंट का शुभारंभ किया। इस मौके पर रामलाल मारकण्डा ने कहा कि लाहौल स्पीति में विंटर स्पोर्टस की अपार संभावनाएं है। हम यहां पर आने वाले समय में आइस हॉकी, स्कींग आदि विंटर स्पोर्टस को प्रोत्साहित करेंगे ताकि पयर्टक यहां अधिक से अधिक आ सके। आईस स्केटिंग हॉकी कोचिंग कैंप का आयोजन लदाख वूमन आईस हॉकी फाउडेशन लेह, युवा सेवाएं और खेल विभाग काजा के सहयोग से हो रहा है। इस शिविर में 45 छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

कृषि मंत्री ने कहा कि किब्बर में बर्फानी तेंदुआ को देखने के लिए हर साल लाखों लोग पहुंचते है। ऐसे में आईस हॉकी का स्टेडियम यहां पर काफी बड़ा तैयार किया जाएगा। आईस हॉकी के लिए 15 लाख रूपये की घोषणा करता हूं। इसके साथ स्कींग के लिए 15 लाख रूपये की घोषणा कर रहा हूं। मेरा लदाख आईस वमून आइस हॉकी फाउडेंशन से आग्रह है कि स्पीति के खिलाड़ियों को प्रशिक्षत किया जाए ताकि  राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर पर हमारे यहां के बच्चें प्रतिनिधित्व कर सके। इस दस दिवसीय शिविर के बार बच्चों को एंडवास कोचिंग कैंप के लिए लदाख भेजा जाएगा। इस दौरान जो भी खर्च आएगा उसका प्रावधान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए नीतियों को निर्माण कर रही है। ऐसे में सरकार की तरफ खिलाड़ियों को बेहतरीन और अत्याधुनिक सुविधाएं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि काजा प्रशासन ने जूट के बैग सर्दियों में कूड़ा उठाने जो लांच किए हैं वे भी सराहनीय कदम है। स्पीति को सुंदर स्वच्छ बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर का करना होगा। मुख्यातिथि ने इस मौके पर लदाख वूमेन आईस हॉकी फाउडेंशन की खिलाड़ी स्टाजिंग चोस्तो, रिंचन डोल्मा और टाशी डोल्कर को सम्मानित किया । इस साथ ही लदाख वूमेन आईस हॉकी फाउडेंशन के सदस्य कुंगा तंडुप और संजीवन राय को सम्मानित किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने कहा कि स्पीति में पांच महीनों तक बर्फ रहती है । यहां के लोग बर्फ में भी अपने जन जीवन को जीने में पूरी तरह सक्षम है। ऐसे में अगर यहां के बच्चों को आइस हॉकी के बारे प्रशिक्षण दिया जाए तो बेहतर खिलाड़ी स्पीति से निकल कर देश दुनिया में नाम रोशन कर सकते हैं। इसलिए स्थानीय प्रशासन ने ये कदम उठाया है। 50 और 30 मीटर का आईस हॉकी स्केटिंग कम समय में तैयार किया गया है।