अगर आप घुटनों या कूल्हों के दर्द से परेशान हैं और घुटना रिप्लेसमेंट की सोच रहे हैं, तो देश के जाने-माने घुटना रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. पीवी कैले से सलाह ले सकते हैं। डॉ. कैले 4 फरवरी को फोर्टिस कांगड़ा में “घुटना रिप्लेसमेंट के बाद जिंदगी” विषय पर आधारित जागरूकता शिविर में शिरकत करेंगे। शिविर में घुटना और कुल्हा रिप्लेसमेंट सर्जरी से जुड़ी हुई समस्याओं, शंकाओं और अवधारणाओं पर चर्चा की जाएगी। शिविर में भागेदारी पूरी तरह से निःशुल्क रखी गई है, लेकिन इसके लिए पहले से पंजीकरण करवाना आवश्यक है।
डॉ. कैले देश के उन अग्रणी हड्डी रोग विशेषज्ञों में शुमार हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव है। डॉ कैले घुटनों और कूल्हों की ब्लडलैस और पेनलैस सर्जरी में माहिर हैं, जिसे मिनिमली इन्वेसिव सर्जरी कहा जाता है और सर्जरी के तीसरे दिन ही मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। इस सर्जरी की खासियत यह है कि मरीज ऑपरेशन के 12 घंटे के दौरान ही अपना घुटना मोड़ सकने में सक्षम हो जाता है, जबकि सर्जरी के अगले दिन वह चलन फिरना भी शुरू कर देता है।
डॉ. कैले अत्याधुनिक तकनीक व विश्वस्तरीय अनुभव के समावेश से मरीजों को लाजवाब उपचार मुहैया करवा रहे हैं। वह अब तक पांच हजार से अधिक घुटनों व कूल्हों की सर्जरी कर चुके हैं। डाॅ कैले ने सर गंगा राम अस्पताल सहित देश के कई नामी अस्पतालों में अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। उन्होंने जाॅनसन एंड जाॅनसन आॅर्थोप्लास्टी अमेरिका व अस्ट्रेलिया से, तो एडवांस आॅर्थोपेडिक सर्जरी फैलोशिप जर्मनी से की है।
डॉ. कैले घुटने प्रत्यारोपण के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक के रूप में भी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इस संबंध में फोर्टिस कांगड़ा के डायरेक्टर गुरमीत सिंह ने कहा कि इस आयोजन का मकसद मरीजों को सही व विशेषज्ञ परामर्श उपलब्ध करवाना है, ताकि उनकी शंकाओं का निवारण किया जा सके। इस सेमिनार में फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में घुटना रिप्लेसमेंट करवा चुके मरीज भी हिस्सा लेंगे एवं सर्जरी के उपरांत जिंदगी में आए बदलाव पर अपने अनुभव साझा करेंगे।