झूला पुल पर दो जिलों की जिंदगियां झूल रही हैं, लेकिन सरकार तक उनकी पुकार नहीं पहुंच रही। यह नाहन रेणुका के सियूं गांव का मामला हैं। जहां प्रशासनिक लापरवाही के कारण लोग खस्ताहाल तार झूले पर सफर करने को मजबूर हैं।
दरअसल यहां पास के एक गांव में देव जागरण का आयोजन हो रहा था, देवता को गांव तक पहुंचाने के लिए इसी झूले का सहारा लेना पड़ा। क्योंकि बरसात में नदी पार करने के लिए लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है।
एक साथ कई लोगों को दो तारों के सहारे नदी पार करनी पड़ी और इसका दृश्य कितना भयानक है। यह तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि उफनती गिरी नदी किसी की भी जान ले सकती है।
झूला पार करते समय अगर थोड़ी सी भी चुक हुई तो मौत तय है। वहीं यहां के लोगों का कहना है कि झूला कई सालों से खस्ताहाल में है, मगर इसे ठीक करने की जहमत नहीं उठाई जा रही।
यहां लोग ने कई बार इस गंभीर मुद्दे को उठाया था। लेकिन शासन प्रशासन कुंभकर्णी नींद से नहीं जाग रहा है। शायद शासन प्रशासन यहां बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।