शिमला के बहुचर्चित गुड़िया रेप और मर्डर मिस्ट्री से जुड़े लॉकअप हत्याकांड मामले में आईजी जैदी सहित अन्य 9 पुलिसकर्मी शनिवार को अदालत में पेश किए जाएंगे। बीते दिन हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने सभी आरोपियों को 21 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा था, ऐसे में शनिवार को न्यायिक अवधि पूरी होने पर सभी को अदालत में पेश किया जाएगा।
सीबीआई को उम्मीद है कि सूरज हत्याकांड में एसआईटी द्वारा रचे गए षड्यंत्र का वॉयस सैंपल की रिपोर्ट से खुलासा हो जाएगा, ऐसे में जांच एजैंसी को इस मामले में अब फोरेंसिक रिपोर्ट मिलने का इंतजार है।सूत्रों के अनुसार 2 से 3 दिन के भीतर यह रिपोर्ट जांच एजेंसी को मिल जाएगी।
लॉकअप में हुई थी कथित आरोपी सूरज की मौत
गुडिय़ा केस की जांच के लिए गठित एसआईटी ने बीते वर्ष 12 जुलाई को 6 व्यक्ति गिरफ्तार किए थे। उसके बाद 18 जुलाई की रात्रि कोटखाई थाना के लॉकअप में पकड़े गए एक कथित आरोपी सूरज की मौत हो गई थी। आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई थी। ऐसे में मामले की जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर सीबीआई ने बीते साल 29 अगस्त को आईजी जैदी और डीएसपी जोशी सहित 8 पुलिस कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद शिमला जिला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी को बीते वर्ष 16 नवम्बर को गिरफ्तार किया गया।