देशभर में मकर संक्रांति का पर्व बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया जा रहा है.. इस बार मकर संक्रातिं का पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार, 15 जनवरी को मनाया जाएगा… आपको बता दें कि मकर संक्रांति के मौके पर सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो ज्योतिष में इस घटना को मकर संक्रांति कहते हैं.. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन स्वर्ग का दरवाजा खुल जाता है, इसलिए इस दिन किया गया दान पुण्य अन्य दिनों में किए गए दान पुण्य से अधिक फलदायी होता है.
मकर संक्रांति का वैज्ञानिक कारण ये है कि इस दिन से सूर्य के उत्तरायण हो जाने से प्रकृति में बदलाव शुरू हो जाता है.. ठंड की वजह से सिकुड़ते लोगों को सूर्य के उत्तरायण होने से शीत ऋतु से राहत मिलना आरंभ होती है.. भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां के पर्व त्योहार का संबंध काफी कुछ कृषि पर निर्भर करता है.. मकर संक्रांति ऐसे समय में आती है, जब किसान रबी की फसल लगाकर खरीफ की फसल, धन, मक्का, गन्ना, मूंगफली, उड़द घर ले आते हैं… किसानों का घर अन्न से भर जाता है. इसलिए मकर संक्रांति पर खरीफ की फसलों से पर्व का आनंद मनाया जाता है..