मंडी में दिल्ली से आए एक कोरोना पॉजटिव व्यक्ति ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में उस समय सनसनी फैला दी जब वह परिवार सहित दो टैक्सियों में सीधे ही नेरचौक स्थित मेडिकल कालेज नेरचौक में पहुंच गया। सोमवार को लगभग पौने 11 बजे नेरचौक पहुंचे 39 साल के इस व्यक्ति ने मेडिकल कालेज प्रबंधन को बताया गया वह कोरोना पॉजटिव है, दिल्ली में उसका 11 जून को टैस्ट करवाया था जो पॉजटिव निकला है। अब वह यहां पर इलाज करवाना चाहता है ऐसे में वह अपनी मां, भाई, भाभी औ भतीजे को लेकर यहां आया है। उसके अनुसार परिवारजनों का टैस्ट नहीं करवाया गया है।
अस्पताल प्रबंधन ने इस बारे में तुरंत जिला प्रशासन को सूचना दी और पूरा महकमा हरकत में आ गया। यह अपनी तरह का पहला मामला था जिसमें एक कोरोना पॉजटिव अपने सारे ही परिवार को दिल्ली से टैक्सियों में लेकर खुद ही यहां पहुंच गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ. जीवा नंद चौहान ने बताया कि मेडिकल कालेज कोविड अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक ने जब इस व्यक्ति की जांच करवाई तो उसमें प्रत्यक्ष तौर पर कोई भी बीमारी के लक्षण नजर नहीं आए। ऐसे में इसे मंडी शहर के सामने स्थित ढांगसीधार छिपणू के कोविड केयर सेंटर में भेज दिया गया जबकि परिवारजनों और चालकों को जोगिंदरनगर के आयुर्वेदिक फार्मेसी हॉस्टल में बनाए गए पृथकवास केंद्र में भेजा गया। इन सभी का नियमानुसार सात दिन बाद सैंपल लिया जाएगा और तभी पता चल पाएगा कि इनमें कोई संक्रमण तो नहीं है। कोविड केयर सेंटर ढांगसीधार में पहले से ही तीन लोग रखे गए हैं जबकि अब यहां पर चार हो गए हैं।
बताया जाता है कि दिल्ली में जिस तरह से एक भय कोरोना पॉजटिव के संक्रमितों व उनके परिवारों में पैदा हुआ है उससे वह किसी न किसी तरह अपने मूल प्रदेश और गांव की ओर आना चाह रहे हैं और इसके लिए सभी तरह के तरीके अपना रहे हैं। इस मामले में भी यहीं बताया जा रहा है कि परिवार हर हालत में अपने को बचाने के लिए हिमाचल पहुंचना चाहता था ताकि यहां पर उनके इलाज को तवज्जो मिल सके और वह स्वस्थ हो सकें।