बल्ह घाटी में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को लेकर पक्ष विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप वार-पलटवार तेज हो गया है। वामपंथी विचारधारा से जुड़े संगठन के विरोध के बाद गुरूवार को कंसा चौक में बल्ह विकास मंच के बैनर तले एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बल्ह विकास मंच के अध्यक्ष, पदाधिकारियों और प्रबुद्ध लोगों ने भाग लेकर प्रस्तावित एयरपोर्ट को लेकर चर्चा की। बैठक में बल्ह विकास मंच के अध्यक्ष सुरेश वर्मा ने बताया कि पिछले कल देश विरोधी तत्वों के आह्वान पर प्रस्तावित एयरपोर्ट को लेकर किए गए मानव श्रृंखला विरोधी ढोंग में कुल 9 स्थानों पर 5 से 10 आदमी ही एकत्रित हो पाए। जिनकी कुल मिलाकर संख्या 100 से भी कम रही। जिससे स्वयंभू नेताओं को समझ जाना चाहिए कि अत्यधिक जनता देश हित में एयरपोर्ट को सरकार द्वारा चिन्हित स्थान पर ही बनाने के पक्षधर है।
उन्होंने कहा कि देश विरोधी तत्व अपने आकाओं के इशारे पर भारत देश में विकास को रोक सुनियोजित रणनीति के तहत कार्य कर रहे हैं, जिसके अंतर्गत इन स्वयंभू नेताओं द्वारा उन स्थानीय लोगों जिन्होंने गरीबों तथा सरकारी भूमि पर कब्जे जमाए हुए हैं को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए उकसा रहे हैं। बावजूद इसके लोगों के न आने के चलते संख्या कम होने पर उन्होंने आठ से दस साल के बच्चों को टाफी-चॉकलेट देकर खड़ा कर दिया गया, जोकि बेहद ही निंदनीय कृत्य है, जिसका बल्ह विकास मंच कड़े शब्दों में निंदा करता है।
बल्ह विकास मंच के अध्यक्ष कहा कि लोगों को याद रखना चाहिए कि ये वही स्वयंभू नेता हैं, जिन्होंने जनता को गुमराह कर नेरचौक में मेडिकल कॉलेज, आईआईटी कमांद तथा फोरलेन बनाने का भी विरोध किया था। ये लोग विदेशी ताकतों के साथ मिलकर देश में हर जगह विकास की गति को रोकने का प्रयास करते हैं, जोकि मुख्यतः देशद्रोह कहलाता है। इसके चलते अब वे बल्ह में एयरपोर्ट न बनने देने के मिशन के तहत कार्य कर लोगों को गुमराह कर अपने आकाओं के हित साधने में डटे हुए हैं। ये चंद लोग स्थानीय किसानों को यह कहकर बरगला रहे हैं, कि सरकार मात्र 1 लाख 60 हजार रुपए प्रति बीघा भूमि का रेट देगी, जोकि सफेद झूठ है।
उन्होंने पूछा है कि यदि इन तथाकथित नेताओं के पास ऐसे कोई प्रमाण है तो जनता के सामने पेश करें। बल्ह विकास मंच का मानना है कि जब भी सरकार इस तरह का कोई प्रोजेक्ट तैयार करती है तो लोगों की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रभावितों को उचित मुआवजा तथा उन्हें विस्थापित करने का प्रबंध करती है। केंद्र सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर इस एयरपोर्ट का निर्माण कर रही है, जिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर देश तथा जनता हित को सर्वोच्च रखते हुए कदम बढ़ा रहे हैं।
वहीं, एयरपोर्ट के समर्थन में करीब डेढ़ वर्ष पहले एयरपोर्ट निर्माण की जद में आने वाले 70 प्रतिशत लोग अपनी अपनी भूमि के कागजात मुख्यमंत्री को सौंप चुके हैं। सभी पंचायतों द्वारा ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर अनापत्ति प्रमाणपत्र दे दिए गए हैं, साथ ही नगर परिषद नेरचौक के पार्षदों, महिला मंडल, युवक मंडल व अन्य संगठनों द्वारा एयरपोर्ट बनाने का समर्थन किया जा चुका है। जबकि नाचन के विधायक विनोद कुमार तथा बल्ह के विधायक इंद्र गांधी भी मुख्यमंत्री के साथ इस संदर्भ में मंत्रणा कर चुके हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री आश्वासन दे चुके हैं कि जनता के हितों को सर्वोपरी रखकर ही एयरपोर्ट निर्माण का निती निर्धारण किया जा रहा है। उन्होंने जनता से अपील की है कि देश के विकास में अड़चनें डालने वाले चंद लोगों के बहकावे में न आकर देश तथा प्रदेश के विकास में सहयोग प्रदान करें।