अक्तूबर में होने वाली राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) की दसवीं और बाहरवीं की परीक्षा के लिए ऑनलाइन हॉल टिकट निकालने पर विद्यार्थियों के पांव तले से जमीन खिसक गई। सुंदरनगर में स्थित एक अध्ययन केंद्र के माध्यम से करीब 150 विद्यार्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। जिन्हें परीक्षा के लिए एनआईओएस ने 90 किलोमीटर दूर जोगिंदरनगर और 40 किलोमीटर दूर पंडोह व खलियार में सेंटर दिया है। इतनी दूर सेंटर मिलने से परीक्षार्थी परेशान हो कर रह गये है। परीक्षा देने वालों में बड़ी सं या में पुरुषों के साथ महिलायें भी शामिल है। जो न केवल सुंदरनगर से संबंधित है बल्कि गोहर व करसोग, बरमाणा व अन्य स्थानों के रहने वाले हैं।
ऐसे में सुंदरनगर वाले परीक्षार्थी को जहां जोगिंद्रनगर जाने को 90 किलोमीटर का सफर तय करने होगा, वहीं करसोग से जोगिंद्रनगर जाने के लिए 200 किलोमीटर का सफर करने पड़ेगा। ऐसे में उन्हें न केवल आने जाने में परेशानी होगी बल्कि अधिक खर्चा भी उठाना पड़ेगा। परीक्षार्थी ने बताया सुंदरनगर के आसपास ही करीब 20 सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मौजुद हैं। ऐसे में उन्हें इतनी दूर दूसरे उपमंडल में परीक्षा सेंटर देना समझ से बाहर है। उन्होंने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से मांग की है कि उनके परीक्षा सेंटर सुंदरनगर में दिये जाए। इससे पहले भी सुंदरनगर में संस्थान की परीक्षाएं होती रही है। लेकिन इस बार उन्हें दूर दराज के सेंटर क्यों दिये गये है, समझ से परे है।
उधर, सुंदरनगर में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान का सुंदरनगर में अध्ययन केंद्र चलाने वाली कावेरी पब्लिक सीनियर स्कैंड्री स्कूल के प्रधानाचार्य जीएस मित्तल ने बताया ऐसा पहली बार हुआ है कि परीक्षार्थीयों को इतनी दूर सेंटर दिये गये हैं। उन्होंने बताया जब से धर्मशाला में क्षेत्रिय कार्याालय खुला है कभी भी परीक्षा केंद्र इतनी दूर नहीं दिया गया है। अध्ययन केंद्र की ओर से मामला क्षेत्रिय कार्यालय से उठा कर इस समस्या की शीघ्र समाधान करने की मांग की गई है।