Mandi Victory Day celebration: हिमाचल प्रदेश भूतपूर्व सैनिक लीग, सैनिक कल्याण विभाग और हिमाचल प्रदेश डिफेंस वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन मंडी ने सोमवार को 1971 युद्ध के 53वें विजय दिवस पर इंदिरा मार्केट के शंकन गार्डन में कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जिला उपायुक्त अपूर्व देवगन ने शिरकत की, जबकि ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने से हुई और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें याद किया गया।
इस अवसर पर वीर नारि श्री मति चिंता कुमारी, जो कि शहीद किशन चंद की पत्नी हैं और द्रंग विधानसभा क्षेत्र से संबंधित हैं, को जिला उपायुक्त अपूर्व देवगन द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिला उपायुक्त ने सभी को विजय दिवस की बधाई दी और युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वे भी देश की रक्षा में वही जज्बा और समर्पण दिखाएं।
ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने 1971 के युद्ध में भारत की बड़ी जीत को याद करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान को स्वतंत्र किया, जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। हालांकि, उन्होंने अफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि बांग्लादेश में आज हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं और वहां के लोग पाकिस्तान को गले लगा रहे हैं, जो कि भारत के खिलाफ था।
ब्रिगेडियर ठाकुर ने इस युद्ध में पाकिस्तान के करीब 93 हजार सैनिकों के आत्मसमर्पण का उल्लेख करते हुए बताया कि इस युद्ध में भारत के 3843 वीर सैनिक शहीद हुए थे और 951 घायल हुए थे। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के 190 सैनिकों ने इस युद्ध में शहादत दी थी और 250 सैनिक घायल हुए थे, जिनमें से मंडी जिले के 21 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।
जिला लीग के महासचिव कैप्टन हेतराम शर्मा ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से यह मांग की कि सभी युद्धों के विजय दिवसों को सरकार के प्रयासों से मनाया जाए ताकि सैनिकों का सम्मान और मनोबल बना रहे।