<p>हिमाचल में बीजेपी की नई सरकार के गठन के तुरंत बाद जनवरी महीने में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धर्मपुर का दौरा किया। मुख्यमंत्री के धर्मपुर दौरे के दौरान संधोल में ताबड़ तोड़ करीब 10 शिलान्यास हुए। शिलान्यास के बाद क्षेत्र को आस बंधी थी कि वर्षों से उपेक्षित रहे इस क्षेत्र में विकास की बयार बहेगी ओर ठप्प पड चुके विकास कार्यों को भी गति मिलेगी। लेकिन कतार बद्ध हुए यंहा दस शिलान्यासों में से 4 महीने बाद उनके निर्माण के नाम पर अभी तक एक इंच भी नहीं हुआ। ऐसे में लगता है एक बार फिर से इन कार्यों की भ्रूण हत्या होना तय है।</p>
<p>बदा दें कि इस क्षेत्र की कई योजनाओं के दो या तीन भूमि पूजन भी हो चुके हैं। लेकिन राजनीति द्वेष भावना के चलते कई कार्य बंद कर दिए गए तो कई कार्यों की कार्य क्षमता को कमजोर किया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा किये गए इन शिलान्यास की पट्टिका आज भी तहसील मुख्यालय के बाहर आते जाते लोंगो का मुंह चिढा रहीं है। इनमें सबसे प्रमुख कार्य यंहा की डेढ़ दर्जन पंचायतों की 23000 आबादी की स्वस्थ्य की गरज से बनने वाला सौ बिस्तर वाला अस्पताल है। जो करीब 30 करोड़ की लागत से बनेगा। लेकिन बिना सड़क और जगह की अभी तक कोई समुचित व्यवस्था न होने की वजह से अभी तक इसका न टेंडर लग पाया न कोई विकल्प बन पाया है। ऐसे में क्षेत्र का ड्रीम प्रोजेक्ट कब पूरा होगा इसका समय अभी तय नहीं है। जबकि पिछले अर्से भर से यंहा स्वस्थ्य सेवाओं के नाम पर नागरिक चिकित्सालय तो है लेकिन सुविधाएं डिस्पेंसरी तक ही सीमित हैं।</p>
<p>यही हाल राजकीय औद्योगिक संस्थान का है जिसे यंहा बने हुए 11 वर्ष हो चुके हैं। लेकिन अभी तक इसे अपना भवन नसीब नहीं हुआ है। जबकि इसका शिलान्यास भी इनके ही कर कमलों से हुआ है। इधर तीन पुल जो साल भर दर्जनों गांव को जोड़ेंगे उनका भी वर्षों से मिल रहे आश्वासन के बाद शिलान्यास तो हुआ लेकिन उसके बाद उनका कोई नाम लेने वाला नहीं रहा है। ये पुल जरेड व छम्ब, मसौत खड़ व कनुहि व दयोल लहसनी नाला के बीच बनने थे। शिलान्यास की वर्षगांठ होने वाली है लेकिन इनका निर्माण कब होगा इसका अंदाजा सहजता से लगाया जा सकता है। ऐसे संधोल का मिनी सचिवालय, कुजाबलह का पुल, बलयाली-दयोल-कनुहि पेयजल योजना, रेशम का पर्दशन व प्रशिक्षण केंद्र, राजस्व भवन से लेकर केंद्रीय विद्यालय तक सभी शिलान्यास कतारबद्ध अपने अपने स्थान पर आज भी इस उम्मीद से कायम हैं कि कभी तो कोई कार्य मुकम्मल होंगे और लोग खुद को आदर्श विधानसभा क्षेत्र का अंग बनेंगे।</p>
<p>इन सब विकास कार्यों के अगले एक्शन प्लान के बारे में जब निर्माण विभाग के एक्ससीएन जे पी नायक से बात की तो उन्होंने बताया कि आई टी आई के नाम हुई ज़मीन की इन्वेस्टिगेशन जारी है। तीन पुलों के टेंडर शीघ्र खोले जाने की प्रक्रिया जारी है और मिनी सचिवालय के टेंडर 22 अक्तूबर को खोले जा रहें है।<br />
बहराल पिछले बीस वर्षों के विकास में फिसड्डी रह चुके इस क्षेत्र लोगों ने चुनावों का बहिष्कार करने से लेकर अलग अलग मंचो का गठन यूं ही नहीं हुआ। करीब समूचे विस क्षेत्र का ये इलाका जो जिले के एक हाशिये पर तो था लेकिन बुनियादी सुविधाओं के विकास को लेकर इस क्षेत्र की दर एक दशक अभी पीछे ही चली है।</p>
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