हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। कुल्लू क्षेत्रीय अस्पताल से रेफर बंजार के जगाला निवासी यह महिला कुल्लू अस्पताल के गायनी वार्ड में संक्रमित पाई गई थी और उसके बाद उसे समर्पित कोविड अस्पताल लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेरचौक शिफ्ट किया गया था। यहां रविवार को नेरचौक मैडीकल कॉलेज में सिजेरियन से सफल प्रसव करवाया गया। इस पेचीदे मामले में डॉक्टरों की टीम ने समय रहते सूझबूझ के साथ सिजेरियन से प्रसव करवाया और महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। राहत की बात है कि शिशु की पहली कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि दूसरी बार कोरोना सैंपल लिया जाएगा। यदि ये सैंपल भी नेगेटिव आता है तो शिशु को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
गौरतलब है कि बच्चे के पिता की रिपोर्ट भी रविवार को नेगेटिव आई है जो होम आईसोलेशन में थे। हिमाचल में कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला के प्रसव का इस तरह का यह पहला मामला बताया जा रहा है। 38 सप्ताह की गर्भवती कोरोना संक्रमित महिला को कुल्लू से 14 अगस्त को रेफर किया गया था जिसे कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद 15 अगस्त को महिला के सिजेरियन प्रसव का फैसला लिया।
इस मामले में पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए टीम ने यह फैसला लिया और महिला के पति को इस बारे फोन पर ही सूचना दी। स्त्री रोह विशेषज्ञ डा.अनु नामग्याल, डा. सुशील, डा. चारुल राय, स्टाफ नर्स भारती, ओ.टी.ए. सोनिका ने सफल प्रसव करवाया। महिला ने 3.4 किलोग्राम शिशु को जन्म दिया। शिशु बाल रोग विशेषज्ञ की देखरेख में रखा गया है। नेरचौक मैडीकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. जीवानंद चौहान ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव गर्भवती का सफल प्रसव करवाया गया है। उन्होंने इस पेचीदा मामले में सफल प्रसव के लिए टीम को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री ने दी डाक्टरों को बधाई
नेरचौक मैडीकल कॉलेज में सिजेरियन से सफल प्रसव करवाने में कामयाब हुई डाक्टरों की टीम को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हमारे कोरोना वॉरियर्ज बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। ये अपने आप में हिमाचल का पहला मामला है जिसमें एक अचानक कोरोना संक्रमित हुई गर्भवती महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। डाक्टरों ने सूझबूझ के साथ इस मामले को हैंडल किया और मां व बच्चे को जीवनदान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे स्वास्थ्य संस्थान किसी भी गंभीर से गंभीर बीमारी से लडने में सक्षम हैं और अनुभवी डाक्टर विकट परिस्थितियों में भी बेहतर सेवाएं दे रहे हैं।