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मंडी: पूर्व सैनिकों ने मनाया सेना दिवस, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

बीरबल शर्मा |

हिमाचल एक्स सर्विस लीग मंडी ने संकन गार्डन में स्थित शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि देकर सेना दिवस मनाया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त कर्नल हरीश वैद्य ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस मौके पर पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें याद किया।  मुख्यातिथि कर्नल हरीश वैद्य ने बताया कि आज ही के दिन 15 जनवरी 1949 को भारत के लेफ्टिनेंट जनरल केएम करिअप्पा ब्रिटिश कमांडर इन चीफ सर फ्रांसिस रॉवरट राय वुचर से भारत के पहले कमांडर इन चीफ का पद ग्रहण किया था और बाद में इन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि से नवाजा गया। उन्होंने बताया कि आज ही के दिन सैनिकों को उनकी बहादुरी के लिए सेना मेडल से नवाजा जाता है। 

एचपीइएसएल मंडी के अध्यक्ष प्रताप चौहान ने कहा कि देश की आजादी के लिए आज तक हजारों सैनिकों ने अपनी जाने गवाई है। जब सरहद पर एक सैनिक पहरा देता है तो पूरा देश चैन की नींद सोता है। एक सैनिक शहीद होता है तो थोड़ी देर के लिए राजनेता दिखावे की राजनीति कर दुख प्रकट करते हैं और बाद में भूल जाते हैं। शहीद परिवारों की कोई सुध नहीं लेता है। एक सैनिक ही होता है जो हर समय देश के लिए अपना बलिदान देने के लिए तत्पर रहता है। 

जिला लीग के महासचिव हेतराम शर्मा ने बताया कि प्रदेश में अनेक युद्धों में चार परमवीर चक्र के साथ लगभग एक हजारों अन्य पदक हासिल किए हैं। जो प्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना काल में सेवारत सैनिकों, पूर्व सैनिकों, वीर नारियों व विधवाओं का एक जनवरी 2020 से 18 महीनों के लिए डीए फ्रीज करके रखा है। एक जुलाई 2019 से 4 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 17 प्रतिशत डीए लागू है। जो केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक 30 जून 2021 तक कोई भी नहीं मिलेगा। अगर केंद्र सरकार ने जल्दी कोई निर्णय नहीं लिया तो पूर्व सैनिक प्रदेश में कोई भी बड़ा फैसला लेने से गुरेज नहीं करेंगे। क्योंकि सेवारत सैनिक तो कोई आंदोलन कर नहीं सकते। लेकिन पूर्व सैनिकों को कोई रोक नहीं सकता है।