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मंडी को मिला बड़ा तोहफा, 51 साल बाद इंतजार होगा खत्म !

डेस्क |

उपचुनाव में मिली हार के बाद जयराम सरकार ने मंडी जिला को बड़ा तोहफा दे दिया है. क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी को हिमाचल प्रदेश का दूसरा राज्य विश्वविद्यालय बनाने का फैसला लिया गया है. प्रदेश के पांच से छह जिलों के कॉलेजों की इस नए राज्य विश्वविद्यालय से संबद्धता होगी. मंत्रिमंडल ने मुख्य सचिव रामसुभग सिंह की अध्यक्षता में राज्य विश्वविद्यालय की रूपरेखा तैयार करने के लिए कमेटी का गठन करने को मंजूरी दी.

हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा 25 जनवरी 1971 को मिला. इससे ठीक 6 महीने और तीन दिन पहले हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी. एचपीयू की स्थापना के 51 साल तीन महीने और 17 दिन बाद अब हिमाचल प्रदेश के दूसरे राज्य विश्वविद्यालय का रास्ता प्रशस्त हुआ है. जयराम सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सोमवार को हुई मंत्रिमंडल बैठक में मंडी में प्रदेश विश्वविद्यालय खोलने का फैसला लिया.

सरकार के इस फैसले से शिमला विश्वविद्यालय का बोझ कम होगा. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संबद्ध सरकारी और निजी कॉलेजों की संख्या 400 से अधिक हो गई है. मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी में अब क्लस्टर विश्वविद्यालय को अपग्रेड कर राज्य विश्वविद्यालय बनाया जाएगा. मंत्रिमंडल ने राज्य विश्वविद्यालय स्थापित करने की रूपरेखा तय करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला और क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी के कुलपतियों तथा शिक्षा सचिव को सदस्य के रूप में शामिल किया है.

मंडी में प्रदेश विश्वविद्यालय खोलने का निर्णय ऐतिहासिक है. ऐतिहासिक इसलिए क्योंकि हिमाचल के गठन से प्रदेश में केवल एक ही विश्वविद्यालय है. 22 जुलाई 1970 को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला की स्थापना की गई थी. अब 51 साल के बाद हिमाचल में किसी नए विश्वविद्यालय की स्थापना होगी.