क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। जहां एक मरीज ऑपरेशन टेबल पर लिटाकर ऐनेस्थिसिया दे दिया और जैसे ही ऑपरेशन करने की बारी आई तो पता चला कि कार्बन डॉई ऑक्साईड गैस का सिलिंडर खत्म हो गया है। साथ ही लेप्रोस्कोपी मशीन भी खराब हो गई। ऐसे में खुद ऑपरेशन थिएटर में मौजूद डॉक्टरों के होश उड़ गए। आनन-फानन में उच्चाधिकारियों को फोन किया गया लेकिन किसी भी अधिकारी ने फोन नहीं उठाया।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जोनल अस्पताल मंडी में फैमिलि प्लानिंग के ऑपरेशन होने थे। जिला के दूर दराज इलाकों से करीब 40 महिलाएं और उनके परिजन ऑपरेशन करवाने के लिए आए हुए थे। 9 ऑपरेशन होने के बाद जैसे ही दसवें मरीज को ऐनेस्थिसिया देकर ऑपरेशन टेबल पर लिटाया गया तो पता चला कि गैस खत्म हो गई है और मशीन काम नहीं कर रही। ऐसे में ऑपरेशन रोक दिया गया और वह मरीज वैसे ही ऑपरेशन टेबल पर पड़ी रही।
ऑपरेशन थिएटर के प्रभारी एवं ऐनेस्थिसिया स्पेशलिस्ट डॉ. अश्वनी ठाकुर ने बताया कि उन्होंने गैस सप्लाई करने वाले और जोनल हास्पिटल के एमएस को फोन पर पूरी स्थिति समझाई, लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की। डॉ. अश्वनी ने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि जब फैमिलि प्लानिंग के लिए अलग से कार्यक्रम अधिकारी नियुक्त किए हैं और सारी व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई है। फिर भी अधिकारियों ने समय पर कोई सहायता नहीं की।
अश्वनी ने यह भी कहा कि ऑपरेशन की उन्हें पहले से कोई जानकारी ही नहीं दी गई थी। ऐसे में ऑपरेशन थिएटर में बिना तैयारी के ही महिलाओं को ऑपरेशन के लिए यहां भेज दिया गया। गायनी स्पेशलिस्ट डॉ. कपिल मल्होत्रा ने बताया कि ऑपरेशन थिएटर की दुर्दशा को लेकर बार-बार अधिकारियों को बताया गया लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं देते और मरीजों को ऑपरेशन करवाने के लिए भेज देते हैं और जरूरत पड़ने पर कोई फोन भी नहीं उठा रहा।