सर्व देवता समिति ने मंदिरों को खोलने की उठ रही मांग को अनुचित बताया है। समिति ने कहा कि जिस तरह से कोरोना का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ रहा है उसे देखते हुए मंदिरों के कपाट खोलना खतरनाक होगा। शुक्रवार को मंडी में प्रधान शिवपाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई सर्व देवता समिति की बैठक में में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि ताजा स्थिति को देखते हुए इस समय देवी देवताओं के कपाट को खोलना उचित नहीं होगा, क्योंकि इस आपदा से हिमाचल भी अब अछूता नहीं रहा है।
सर्व देवता सेवा समिति मंडी के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने कहा कि अब दिन-प्रतिदिन इस महामारी का फैलाव बढ़ता ही जा रहा है। सर्व देवता सेवा समिति जिला मंडी ने कुछ बड़े देवताओं के कारदारों से चर्चा की। बैठक में समस्त कारदारों ने अपनी राय दी, कि उपरोक्त स्थिति को देखते हुए देवताओं के कपाट तब तक ना खोले जाए जब तक इस महामारी पर नियंत्रण न हो ।
बैठक में आए बड़े मंदिरों में जैसे बड़ा देव कमरुनाग और देव चुंजवाला शिव शालागाड़, पराशर ऋषि, शुकदेव ऋषि, देव शैट्टी नाग शेट्टाधार, देवी बगलामुखी पंडोह इत्यादि के पुजारी कारदारों का यही कहना है कि बहुत ज्यादा संख्या में बाहर से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। जिन्हें संभालने में मंदिरों की समितियों को दिक्कत आ रही है और इससे देवताओं की हरियानों के लोगों को भी इस बीमारी का खतरा है। प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। सर्व देवता सेवा समिति के अध्यक्ष ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस बात पर गौर किया जाए और बाहर के व्यक्तियों पर पाबंदी लगाई जाए ताकि गांव में भी संक्रमण न फैले।