उपमंडल जोगिंद्रनगर के गड़ूही गांव की ज्योति की संदिग्ध मौत मामले को लेकर जनआक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को भारी संख्या में लोगों ने किसान नेता कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में जोगिंदरनगर के गांधी पार्क में विशाल शोक सभा का आयोजन किया । इस प्रदर्शन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और पूरा पार्क जनता से खचाखच भर गया। आज के इस प्रदर्शन में कुशाल भारद्वाज और किसान सभा ने अपने स्तर पर तैयारी की थीं। अधिकांश लोग सुबह 10 बजे से ही गांधी पार्क में जुटना शुरू हो गए थे।
इस अवसर पर कुशाल भारद्वाज ने कहा कि हमारे आज के आंदोलन से एक दिन पहले ही इस केस की जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया है। जोकि जनता के इस संघर्ष की बड़ी जीत है। उन्होनें कहा कि केस की छानबीन में उलझी पुलिस को हम कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेकर और नहीं उलझाना चाहते हैं। हमें सिर्फ इंसाफ चाहिए और उसके लिए हम आखिरी सांस तक लड़ेंगे। इसलिए हम आज बाजार में जलूस भी नहीं निकलेंगे और कोई पहिया जाम आदि भी नहीं करेंगे।
हजारों लोगों के जुटने पर भी आज का कार्यक्रम में कोई हुड़दंग नहीं हुआ और सभी लोगों ने इस कार्यक्रम का और ज्योति को न्याय दिलाने की लड़ाई के समर्थन में हाथ खड़े कर प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में ज्योति के माता पिता और भौरा में आत्महत्या करने वाली लड़की के माता-पिता ने जांच तेज करने की मांग को लेकर एसपी मंडी के साथ पुलिस थाना में बैठक भी की।
ज्योति को न्याय दिलाने की मांग पर पार्क में उपस्थित हजारों लोगों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें कहा गया कि हमारे पिछले जनप्रदर्शन के दौरान 26 अगस्त, को प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश पुलिस महानिदेशक को सौंपे गए ज्ञापन के आधार पर इस केस की जांच का जिम्मा देर से ही सही लेकिन अब सीआईडी को सौंपा गया है, जिसका हम स्वागत करते हैं। ज्योति केस की पूरी सच्चाई सामने लाने के लिए जांच प्रक्रिया को तेज की जाए और हर संदिग्ध से कड़ी पूछताछ की जाये। दोषी चाहे परिवार के लोग हों या फिर कोई बाहरी लोग हों उनको सजा मिलनी चाहिए।