IGMC में तीन करोड़ रुपये की लागत से स्थापित की गई लिथरोट्रिप्सी मशीन एक बार फिर खराब हो गई है। जिससे बिना सर्जरी से किए जाने वाले गुर्दे के ऑपरेशन फिर से अटक गए है। इससे पहले भी आठ माह तक लिथोट्रिप्सी मशीन खराब रही थी। जिससे कई ऑपरेशन पहले से ही लटके हुए थे अब फिर से मशीन में खराबी आने से अपनी बार की आस कर रहे मरीजों का इंतज़ार और लंबा हो गया है।
पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से गुर्दे के ऑपरेशन की मशीन खराब पड़ी है। आईजीएमसी प्रसाशन के मुताबिक मशीन का पुर्जा खराब हुआ है उसकी कीमत 20 लाख है और वह विदेश से मंगवाया जाना है। इससे पहले दिसंबर, 2016 में भी मशीन के जेनरेटर में खराबी आ गई थी । जिसके कारण मशीन आठ माह तक खराब रही।
हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से सप्लायर कंपनी को पुर्जा लगाने के लिए कहा गया था, लेकिन कंपनी इसे लंबे समय तक टालती रही। आईजीएमसी में नवंबर, 2015 में लिथोट्रिप्सी मशीन लगाई गई थी। मशीन करीब तीन करोड़ की लागत से इंस्टाल की गई थी, लेकिन मशीन में कुछ समय बाद ही खराबी आने लगी।