राजधानी शिमला में एक बार फिर नगर निगम शिमला ने शहर वासियों पर आर्थिक बोझ डालने की तैयारी कर रहा है। नगर निगम एक बार फिर 10 फीसदी बढ़ोतरी के साथ शहरवासियों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने जा रहा है। जिसका सीधा असर शहर में रह रहे 28 हजार भवन मालिकों पर पड़ेगा। प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने को लेकर निगम की मासिक बैठक में अंतिम मुहर लग चुकी है। अब अगले साल से निगम दस फीसदी बढौतरी के साथ प्रॉपर्टी टैक्स वसूल करेगा।
निगम का दावा है कि साल 2015 के बाद निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स में दस फीसदी बढौतरी की है जिससे निगम का खजाना भरेगा और शहर के विकासकार्यों को गति मिलेगी। मेयर कुसुम सदरेट का कहना है कि निगम शहर के करीब 28 हजार भवन मालिकों से करीब 13 करोड़ रुपए प्रॉपर्टी टैक्स एकत्र करता है जिससे शहर के विकासकार्यों पर खर्च किया जाता है।
अब इसे चार साल बाद बढ़ाया गया है जिससे निगम को और ज्यादा आय होगी। उन्होंने बताया कि अब शहर में हर तीन साल बाद प्रॉपर्टी टैक्स में बढौतरी की जाएगी ताकि निगम को अधिक आय और शहर का अच्छा विकास किया जा सके।