चीन द्वारा की जा रही घटनाओं पर अब विरोध भी बढ़ने लग पड़ा है। बता दें कि भारत-चीन के बीच एलएसी पर गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद मैक्लोडगंज स्थित निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्यालय के पास तिब्बतियों ने चीन के खिलाफ विरोध जताया। तिब्बती यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने मैक्लोडगंज में चीन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इस मौके पर संगठन के तिब्बती सदस्यों ने हाथ में बैनर लेकर तिब्बतियों, भारतीयों और पूरी दुनिया के लोगों को चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए कहा। धर्मगुरु दलाईलामा के निवास स्थान और निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्यालय के पास तिब्बतियों ने चीन सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन निकाला ।
बता दें कि तिब्बतियों ने कोरोना के चिह्न वाला लाल रंग का एक गुब्बारा भी बनाया था। उस गुब्बारे पर मेड इन चाइना लिखा था। यानी इस गुब्बारे के जरिये साफ संदेश दिया कि कोरोना वायरस चीन से आया है जिससे पूरी दुनिया त्रस्त है। तिब्बतियों ने मैक्लोडगंज में चीन सरकार के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। तिब्बतियों ने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन से अब वह पूरी दुनिया में चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए अभियान चलाएंगे।