नए साल का आगाज होने के साथ ही दस महीने से बंद पड़े मैक्लोडगंज के सेंट जॉन चर्च को खोल दिया गया। लेकिन चर्च के भीतर अब भी पर्यटक नहीं जा पाएंगे। चर्च कमेटी ने एक बैठक की और उसमें फैसला लिया कि अभी पर्यटकों को चर्च के आंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ताकि कोविड-19 से समाज को सुरक्षित रखा जा सके। नए साल पर शुक्रवार को दोपहर बाद चर्च को खोला गया। जहां पादरी अजय के नेतृत्व में प्रार्थना सभा हुई। इसके बाद चर्च कमेटी की बैठक हुई और बाकायदा विस्तृत चर्चा भी की गई। इसमें लोगों को प्रवेश न देने का फैसला लिया गया। तय किया गया कि शनिवार सुबह नौ बजे चर्च को खोला जाएगा और शाम पांच बजे बंद कर दिया जाएगा। इसमें सुबह के समय और शाम के समय प्रार्थना सभाएं होंगी।
सेंट जॉन चर्च के पादरी अजय के मुताबिक चर्च को नववर्ष के साथ खोल दिया गया है। अब चर्च रोजाना सुबह नौ बजे खुलेगा और शाम पांच बजे बंद कर दिया जाएगा। हालांकि इस दौरान पर्यटकों की एंट्री अभी नहीं होगी। इसके लिए भी चर्च कमेटी ने फैसला लिया है। मौजूदा समय में कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए उक्त निर्णय लिया गया है। बता दें कि कि मार्च महीने में वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लगे देशव्यापी लॉकडाउन के बाद चर्च को बंद कर दिया गया था। हालांकि क्रिसमस पर चर्च को एक घंटे के लिए केवल विशेष प्रार्थना के लिए खोला गया था। अब नए साल का आगाज होने के साथ ही चर्च को खोल तो दिया है, लेकिन पर्यटक अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।