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हिमाचल में ऑनलाइन बिक रही दवाइयों का विरोध, मेडिकल स्टोर पूरी तरह से बंद

नवनीत बत्ता, हमीरपुर |

हिमाचल में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। प्रदेश भर में शुक्रवार  को प्रायवेट केमिस्ट हड़ताल पर चले गए हैं। ऑनलाइन दवा बिक्री के विरोध में हिमाचल प्रदेश सोसायटी ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने एक दिन की हड़ताल का ऐलान किया है।

एसोसिएशन ने इंटरनेट फार्मेसी को मान्यता देने वाले कानून का विरोध करते हुए वीरवार रात 12 बजे से लेकर शुक्रवार रात 12 बजे तक दुकानें बंद करने का एलान किया है। हिमाचल प्रदेश सोसायटी आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव पंडित ने बताया है कि भारत सरकार ने 28 अगस्त को एक अधिसूचना जारी कर ऑनलाइन दवा बिक्री को नियमित करना प्रस्तावित किया है।

इसके विरोध में देश भर के केमिस्ट 28 सितंबर को एक दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मांगों को स्वीकार नहीं किया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव पंडित ने बताया कि विश्व में कहीं भी इस प्रकार से ऑनलाइन दवा व्यापार को फ्री हैंड नहीं दिया गया है।

दवा कानून के नियमों का धड़ल्ले से हो रहा दुरुपयोग

संजीव पंडित ने बताया कि जिन देशों ने अनुमति दी है वहां भी वेब पोर्टल द्वारा अनाधिकृत दवा बिक्री को रोकने के लिए के कानून में पूर्व परिवर्तन किया गया है। इसमें कई प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि देश में ऑनलाइन पोर्टलों द्वारा दवा कानून के नियमों का धड़ल्ले से दुरुपयोग किया जा रहा है।

इसके सुबूत होने के बावजूद भी इन पर कोई कार्र्रवाई नहीं की जा रही। अध्यक्ष संजीव पंडित ने बताया कि ऑनलाइन दवा पोर्टल बिना किसी जवाबदेही के दवा के पर्चे की प्रमाणिकता को परखे बगैर दवा उपलब्ध करा रहे हैं। एमटीपी किट, सिलडेनाफिल, ताडलाफिल, कोडीन जैसी आदत डालने वाली दवाओं को पंजीकृत मेडिकल प्रेक्टिशनर के पर्चे के बिना भी बेचा जा रहा है।