विधानसभा के मानसून सत्र में मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने से छात्रों को काफी राहत मिलेगी। इस यूनिवर्सिटी के खुलने के बाद हिमाचल के सभी मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, डेंटल कॉलेज, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी और यूनानी सहित सभी स्वास्थ्य संस्थान और अनुसंधान संस्थान इसके दायरे में आएंगे। यह मेडिकल यूनिवर्सिटी सभी निजी और सरकारी संस्थानों पर नजर रखेगी।
स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि मेडिकल यूनिवर्सिटी का सभी चिकित्सा संस्थानों पर पूरा नियंत्रण होगा। इसमें फीस के अलावा हर तरह की निगरानी को यूनिवर्सिटी के अधीन रखा जाएगा। मेडिकल कॉलेज में हिमाचली छात्रों की फीस साढ़े 5 लाख रुपए है, जबकि गैर हिमाचली के लिए 9 लाख रुपए है।
इस विधेयक के पारित होने से पहले नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने मेडिकल यूनिवर्सिटी खोले जाने का स्वागत किया तथा राज्य में मेडिकल कॉलेजों की फीस को कम किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि फीस कम होने से राज्य के गरीब और मध्यम वर्ग के छात्रों को भी प्रवेश मिल सकेगा।