एनआईटी हमीरपुर हमेशा ही संस्थान के नियुक्तियों के लिए चर्चित रहा है और हमेशा नियुक्तियों को लेकर कई तरह के आरोप एनआईटी पर लगते रहे हैं। हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) की तरफ से एक नोटिफिकेशन एनआईटी हमीरपुर को मिली है।
जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि जब एनआईटी हमीरपुर में रजनीश श्रीवास्तव बतौर डायरेक्टर काम कर रहे थे उस समय कुछ लोगों को असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर बना दिया गया था। लेकिन, इस पदोन्नति के लिए जो अनुभव चाहिए था वह इन लोगों के पास नहीं था लेकिन अंदरखाते ही ये नियुक्तियां कर दी गई थी।
अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से टोटल 6 एसोसिएट प्रोफेसर जिनमें अश्विनी राणा, गार्गी खन्ना, भारत भूषण, संतराम प्रशांत, और राही की नियुक्तियों को रद्द करने की अधिसूचना जारी कर दी गई है और अब यह लोग असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर ही एनआईटी में काम करेंगे।
बताते चलें कि यह सब लोग पिछले करीब 2 सालों से एसोसिएट प्रोफेसर एनआईटी में काम कर रहे हैं और आप ना सिर्फ अपने पदों से हाथ धोना पड़ेगा बल्कि किसी भी तरह का जो लाभ इन्होंने संस्थान से लिया है वह सभी लाभ चाहे वित्तीय लाभ था या कोई और उनको रद्द किया जाएगा।