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प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू होने से मिड-डे मील वर्कर की जिम्मेदारी बढ़ी, लेकिन नहीं मिल रहा उचित वेतन

सुरेन्द्र जम्वाल, बिलासपुर |

जिला बिलासपुर के स्वारघाट में एटक से सम्बन्धित  मिड-डे मील वर्कर यूनियन की जिला कमलेश ठाकुर की अध्यक्षता में ब्लॉक स्तरीय बैठक हुई। बैठक में एटक के राज्य उपाध्यक्ष लेखराम वर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस बैठक में मिड-डे-मील वर्करस की विभिन्न समस्याओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। बैठक में स्वारघाट ब्लॉक अध्यक्षों सहित दर्जनों मिड-डे-मील वर्करों ने भाग लिया।

बैठक में जिला अध्यक्ष कमलेश ठाकुर ने कहा कि स्कूलों में मिड-डे-मील वर्कर का शोषण किया जा रहा है। जब से सरकार ने स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू की है तब से इन वर्करों की जिम्मेवारी ज्यादा बढ़ा दी गई है। प्री नर्सरी के बच्चों को खाना खिलाने से लेकर शौच ले जाने और संभालने तक का काम इन वर्करों पर थोपा गया है। जबकि इसके बदले उन्हें कुछ नहीं दिया जा रहा।वहीं, प्री नर्सरी कक्षाओं के बच्चों को दोपहर के भोजन के लिए भी किसी तरह के बजट का प्रबंध नहीं किया है।

अन्य बच्चों के हिस्से से ही प्री-नर्सरी बच्चों को दोपहर का खाना खिलाया जा रहा है जिसके चलते अन्य बच्चों को भरपेट मिड-डे मील नहीं मिल पा रहा है। कमलेश ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार के शोषण से वर्कर दिमागी रूप से परेशान हो चुके हैं। ऐसा नहीं है कि मिड डे मील वर्कर नर्सरी कक्षाओं के बच्चों को भोजन नहीं देंगे या शौच नहीं ले जाएंगे बल्कि उनकी विभाग और सरकार से यह मांग है कि उन्हें इस अतिरिक्त काम के बदले कुछ दिया जाए। एटक के राज्य उपाध्यक्ष लेख राम वर्मा ने कहा कि वे मिड-डे-मील कर्मचारियों की उपरोक्त मांगो का समर्थन करते हैं और इसके लिए एटक यूनियन मिड-डे-मील कर्मचारियों के साथ है और इनकी  मांगो और समस्याओं के निराकरण के लिए तैयार है।