ऐतिहासिक मिंजर मेले की छठी संध्या यानी आज कुलदीप शर्मा नाटी किंग लोगों को मनोरंजन करेंगे। पांचवी सांस्कृतिक संध्या सूफी गायक कंवर गरेवाल के नाम रही। उन्होंने एक के बाद एक सूफी गीत पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक मुसादा गायन और कुंजड़ी मल्हार से की गई। उसके बाद विभिन्न राज्यों के कलाकारों और स्थानीय कलाकारों ने अपनी लोक संस्कृति तथा कार्यक्रम पेश कर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।
पंजाबी सूफी गायक कंवर गरेवाल ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत 'सामने होवे यार ते नचना पेंदा है' गाने से की। उसके बाद उन्होंने अपने एक से एक सूफी गीत पेश किए। मौज फकीरा दी ,आजा बाबा आजा, मेरे इश्क कमर तूने पहली नज़र सहित गाने पेश कर पांचवी सांस्कृतिक संध्या में खूब समां बांधा।