विश्व हिन्दू परिषद से अलग होकर बने अंतराष्ट्रीय हिन्दू परिषद संगठन (AHP) ने 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी के विरोध में काम करने का ऐलान किया है। AHP के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज़ कुमार ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि जिन वायदों के साथ केन्द्र में एनडीए सरकार सत्ता में आई उसको पीछे छोड़कर मुद्दों से भटक गई है। मनोज ने कहा कि आज 56 इंच का सीना सिकुड़ गया है।
परिषद 15 सूत्रीय मांग के साथ देश भर में आंदोलन खड़ा करेगी। जिसमें काशी विश्वविद्यालय, मथुरा और अयोध्या तीनो को हिन्दुओ को सौंपने के लिए संसद में कानून बने। गोवंश हत्या बंदी पर राष्ट्रीय कानून बने, जेएंडके में धारा 370 और 35 ए को हटाए जाने और कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वास, बांग्लादेशी रोहंगिया मुश्लिम को देश से बाहर भेजना और किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को तुरंत लागू करने सहित बेरोजगार युवाओं की मांगे शामिल हैं।
देश मे न किसानों का सम्मान बचा है न जवानों का, किसानों पर लाठियां भांजी जा रही है, सीमा पर जवान मर रहा है। बेरोजगारों को पकौड़े बेचने के नाम पर ठगा जा रहा है। राम मन्दिर बनाने के लिए भेजा था लेकिन मुस्लिम महिलाओं के वकील बनकर रह गए हैं। हिन्दुओं के साथ वादाखिलाफी की है। इसके विरोध में 21 अक्टूबर को आयोध्या कूच करेंगें। जिसमें हिमाचल से भी 500 से अधिक लोग जाएंगे। "मंदिर बनाओ या सत्ता से जाओ" के नारे के साथ देश भर में जनजागरण अभियान शुरू किया जाएगा।