वरिष्ठ भाजपा नेता और सदर विधायक नरेंद्र ठाकुर ने भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया के शीर्ष पांच देशों में पंहुचाने के लिये केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ़ की है। उन्होंने कहा कि फ्रांस और ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए देश ने जो मुकाम हासिल किया है। उससे साफ संकेत मिलते हैं कि आने वाला समय भारत का होगा। भाजपा नेता नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अमेरिकी थिंक टैंक 'वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू' ने साल 2019 की रिपोर्ट जारी करते हुए भारत की जीडीपी को 209 लाख करोड़ रुपये आंका है।
साल 2018 में जहां भारत सातवें स्थान पर था वहीं, पर एक साल के अंदर वैश्विक स्तर पर दो स्थान की छलांग लगाकर ऊपर आना अपने आप मे देश के बढ़ते सामर्थ्य का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि फ्रांस और ब्रिटेन का अर्थव्यवस्था की कसौटी पर भारत से पिछड़ जाना यह बताने के लिए पर्याप्त है कि देश की बागडोर सशक्त नेतृत्व के पास है। तमाम चुनौतियों और बाधाओं के वावजूद मोदी सरकार ने आर्थिक मोर्चे पर ज़ोरदार कामयाबी हासिल की है।
भाजपा नेता नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय एजेंसी द्वारा जारी इन आंकड़ों से विपक्षी दलों को भी जबाब मिल गया होगा जो आये दिन केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ बोलते रहते थे। उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक 355 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था को हासिल करने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे तय समय सीमा के भीतर पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि 'वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू' की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि विश्व में तेजी से बढ़ रहे सर्विस सेक्टर में भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ 60% है। इस सेक्टर में कुल 28% रोज़गार के अवसर मुहैया हैं। इसके अलावा कृषि और मैन्युफैक्चरिंग में भी देश की आर्थिकी बड़ी मजबूती से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने अर्थव्यवस्था को पांचवे स्थान पर पंहुचाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीर्घकालिक विज़न को दिया। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड इकोनॉमी में भारत से आगे जर्मनी और जापान हैं, जिन्हें शीघ्र ही हमारा देश पीछे छोड़ देगा। इसके बाद पहले तीन स्थानों के लिये चीन और अमेरिका से भारत का मुकाबला होगा। नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के सतत प्रयासों से आज देश में भ्रष्टाचार और भयमुक्त माहौल का निर्माण हुआ है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इसी वजह से देश की अर्थव्यवस्था बड़ी तेजी से 5 लाख करोड़ डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को जल्द हासिल कर लेगी।