राज्य में मानसून की सक्रियता के चलते खूब मेघ बरसे हैं। वहीं, पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण अधिकतर क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश से अनेक स्थानों पर नुक्सान की सूचना है। रविवार को मंडी, शिमला,चम्बा व कांगड़ा सहित प्रदेश के अन्य जिलों में बारिश लगातार जारी है। आने वाले 2 दिनों के भीतर प्रदेश में एक बार फिर से भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है। कांगड़ा, चम्बा, सिरमौर व मंडी के कुछेक क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी है। कांगड़ा जिला के शाहपुर एवं इसके आसपास के क्षेत्रों में बारिश से नुक्सान की सूचना है। जिला कांगड़ा के उपमंडल शाहपुर के नेरटी, चंबी व कैरी में भूस्खलन से जनजीवन पर असर पड़ा है।
ग्राम पंचायत नेरटी के भैरू गांव में 2 जगह भूस्खलन होने से 9 गऊएं और 25 बकरियां मलबे में दब गईं। इसके अलावा 7 गऊशालाओं सहित एक मकान जमींदोज हो गया है। डी.सी. कांगड़ा संदीप कुमार ने घटना स्थल का मौका करके सभी प्रभावितों को 5-5 हजार की फौरी राहत प्रदान की है। जिला हमीरपुर के सुजानपुर में भी भारी वर्षा के कारण जगह-जगह मलबा गिरा। उधर, जिला मंडी के कोटरोपी में मार्ग बंद होने के बाद शनिवार रात वैकल्पिक मार्ग भी बंद रहे। पधर-नौहली-भराड़ू-जोङ्क्षगद्रनगर मार्ग में जगह-जगह मलबा गिरने से रात को दर्जनों वाहन मार्ग में फंसे रहे व दूसरे वैकल्पिक मार्ग घटासणी-झटिंगरी-घोघरधार-पधर पर डायनापार्क से बधौणीधार के बीच भी दर्जनों वाहन दलदल में फंसे रहे। मूसलाधार वर्षा के कारण चौहारघाटी सहित द्रंग क्षेत्र के दर्जनों राज्य मार्ग प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार प्रदेश में 6 व 7 अगस्त को एक बार फिर से कुछेक क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। 7 अगस्त को मैदानी एवं निचले क्षेत्रों में वर्षा एवं गर्जना की भी संभावनाएं जताई गई हैं। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि 2 दिनों तक प्रदेश के कुछेक क्षेत्रों में भारी बारिश के आसार हैं, वहीं मैदानी इलाकों में कुछ जगहों पर गर्जना होने की भी संभावना है। जिला कांगड़ा के गग्गल में सबसे अधिक 124 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई हैं वहीं नगरोटा सूरियां में 113, धर्मशाला में 71, डल्हौजी में 83, सुजानपुर टीहरा में 45, गुलेर में 68, बैजनाथ में 60, पालमपुर में 57,और जोगिंद्रनगर में 60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।