समाचार फर्स्ट नेटवर्क
Mandi :हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के दौरान मंडी आयुक्त कोर्ट का निर्णय आ गया है। जेल रोड मस्जिद का अवैध ढांचा गिराना होगा। नगर निगम आयुक्त मंडी एचएस राणा की अदालत ने शुक्रवार को फैसला सुनाते हुए कि मस्जिद का अवैध निर्माण 30 दिन में हटाना होग। पूर्व में यह पर एक मंजिला मस्जिद थी, उसे नहीं छेड़ा जाएगा। इस बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गुरुवार को ही जेल रोड पर बनी मस्जिद की अवैध दीवार को गिराना शुरू कर दिया है।
— Samachar First (@samacharfirst) September 13, 2024
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उधर, शिमला संजौली मस्जिद में यूटर्न के बाद अब मंडी में अवैध निर्माण को लेकर प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं। जहां एक ओर नगर निगम कोर्ट में सुनवाई चल थी। तो वहीं दूसरी ओर, मंडी की सड़कों पर प्रदर्शनकारी एकजुट होते दिखे।हालांकि प्रशासन ने मंडी शहर के 7 वार्डों में धारा 163 लागू की है। जिससे किसी भी प्रकार के कानून का उल्लंघन ना हो। प्रदर्शन को देखते हुए मंडी शहर में सुबह से पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात है और सुरक्षा की दृष्टि से जगह जगह नाके भी लगाए गए हैं। मंडी पुलिस द्वारा किए गए इंतजामों का जायजा लेने खुद शिमला से एडीजीपी अभिषेक त्रिवेदी भी पहुंच गए हैं। साथ ही संवेदनशील जगहों का खुद जायजा ले रहे हैं।
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वहीं, एसपी मंडी शाक्षी वर्मा ने बताया कि मंडी शहर के चप्पे चपे पर पुलिस पहरा दे रही है।जिससे किसी तरह की अप्रिय घटना शहर में न घट सके।एसपी ने कहा कि जेल रोड में चल रहे अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर सुरक्षा के मद्देनजर बेरीगेट लगाएं गए हैं और दिन के दो बजे तक किसी भी गाड़ी को वहां से जाने की अनुमति नहीं रहेगी।फिलहाल पुलिस द्वारा मंडी शहर में 300 पुलिस महिला और पुरुष जवानों को तैनात किया गया है।
जानें कब क्या हुआ
जेल रोड मस्जिद विवाद मामले में शुक्रवार को मंडी में हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए। पहले लोग सेरी मंच पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते रहे और बाद में वहां से चौहाटा, भगवान मोहल्ला और गांधी चौक होते हुए जेल रोड की तरफ चले। मस्जिद से 200 मीटर पीछे सकोड़ी चौक पर बैरिकेड्स देख प्रदर्शनकारी भड़क उठे और करीब 2:30 घंटे जमकर उग्र प्रदर्शन किया। जब कुछ प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स को लांघने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने रोकने के लिए पानी की बौछारें छोड़ दीं। पानी की बौछारों से भगदड़ मच गई और कुछ लोगों की तबीयत भी बिगड़ गई। एक युवती को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। प्रदर्शन के चलते पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। बड़ी संख्या में शहर में पुलिस और क्यूआरटी के जवान चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहे। मस्जिद एरिया वाली सड़क दोनों तरफ से बैरिकेड्स लगाकर पुलिस ने बंद रखी। आयुक्त कोर्ट का फैसला आने से पहले हिंदू संगठन सेरी मंच पर इकट्ठा हुए और हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद शहर में रोष रैली निकाली।
शुक्रवार सुबह 10 बजे कुछ लोग की सेरी मंच पर आए थे, लेकिन 11:30 बजे तक यहां सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। करीब 12:30 बजे तक डेढ़ हजार के करीब लोग स्कूल बाजार से होते हुए जेल रोड पहुंचे। बड़ी संख्या में उमड़ी हिंदू संगठनों की भीड़ ने यहां जमकर नारेबाजी और प्रशासन से अवैध निर्माण को गिराने की मांग रखी। करीब 2:30 घंटे चले प्रदर्शन के दौरान पुलिस जवानों को प्रदर्शनकारियों को रोकने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। इस दौरान धक्का-मुक्की भी होती रही। बिगड़ते हालात को देख पानी की बौछारें छोड़ीं। करीब डेढ़ बजे बेकाबू होते हालात को देख उपायुक्त अपूर्व देवगन और पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों की मांगें सुनीं। उपायुक्त ने प्रदर्शनकारियों को आयुक्त कोर्ट का फैसला बताया और कहा कि कानून के अनुसार मामले को लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।