राजधानी शिमला का ऐतिहासिक रिज मैदान लगातार धंस रहा है। बाबजूद इसके इसको बचाने के प्रति नगर निगम शिमला गंभीर नहीं है। रिज मैदान के धंसते हिस्से को री-स्टोर करने के लिए आईआईटी रूड़की के एक्सपर्ट भी बुलाए गए। जिन्होंने रिज को बचाने की हामी भी भरी। इसके लिए 11 लाख की कॉन्सलेन्ट फ़ीस दी जानी थी। लेकिन 6 माहिने बीत जाने के बाद नहीं फीस चुकता नहीं की गई जिसके चलते काम ठप हो गया। बर्फ़बारी के चलते रिज मैदान फ़िर से धंसने लगा औऱ जब मीडिया में खबरें छपी तो निगम को रिज की याद आई।
नगर निगम आयुक्त पंकज रॉय ने बताया की धंसते हुए रिज को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम शिमला मिट्टी की जांच करवा दी है। इसके लिए 11 लाख कॉन्सलेन्ट की फीस आईआईटी रुड़की के लिए बीते कल ही जारी कर दी है। रिज को बचाने के लिए 7 करोड़ 44 लाख मंजूर किए है। जो आईआईटी रुड़की को दिए जाएंगे। आईआईटी रुड़की जल्द ही री-स्टोरेशन वर्क शुरू कर देगा। उम्मीद है जल्द ही रिज के हिस्से का काम शुरू हो जाएगा।