नगर निगम शिमला शहर में लोगों के घरों के पास गिरे पेड़ों को काटने की की मंजूरी दे देगा। इसके लिए सम्बंधित भू मालिक को आवेदन करना पड़ेगा।नगर निगम ट्री कमेटी की बैठक शुक्रवार को हुई जिसमे यह फैसला लिया गया। महापौर सुरेंद्र चौहान की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में शहर में गिरे पेड़ों से पेश आ रही समस्या पर भी निर्णय लिया गया।जो पेड़ गिरे हैं उन्हें हटाने को लेकर भी चर्चा की गई।ट्री कमेटी 20 दिसंबर को शहर का दौरा करेगी।
नगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शुक्रवार को ट्री कमेटी की बैठक में फैसला लिया गया कि नगर निगम शिमला शहर में लोगों के घरों के पास गिरे पेड़ों को काटने की मंजूरी दे देगा। इसके लिए भूमि मालिकों को आवेदन करना होगा। यदि गिरे हुए पेड़ की लकड़ी का भूमि मालिक को इस्तेमाल करना है
तो उसे सरकार से इसकी मंजूरी लेनी होगी, लेकिन गिरे पेड़़ों को काटने व इसके स्लीपर बनाने की मंजूूरी दे दी जाएगी। निगम के बैठक में ही 249 लकड़ी के पुराने स्लीपर नगर निगम वन निगम के साथ मिलकर नीलाम करेगा। साथ ही फागली में जो निगम के स्टोर मेें स्लीपर है, उनकी भी नीलामी की जानी है।
बैठक में शहर में सूखे पेड़ों काटने की मंजूरी निगम को ही देने की मांग की है। इससे शहर में लोगों को घरों, रास्तों को बचाने का काम किया जाना प्रस्तावित है। इसकी मंजूरी निगम के स्तर पर ही देने की अनुमति मिलती है तो लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में नियमों के तहत राज्य सरकार की मंजूरी के बिना गिरे व सूूखे पेड़ों को नगर निगम नहीं उठा पाता है। इसलिए जो भी पेड़ गिरे हैं , उनको सड़कों से हटाकर किनारे तो कर दिया है, उन्हें उठाने का काम पूरी तरह से नहीं हुआ है। इससे शहर के लोगों को काफी समस्याओं को सामना लगातार करना प़डता है।
महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि गिरे पेड़ों को उठाने के लिए लगातार ट्री कमेटी की ओर से प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं। इसकी प्रक्रिया के तहत ही शहर भर का दौरा कमेटी 20 को करेगी। इस दौरान शहर में जितने भी पे़ड़ों के लिए आवेदन आए हैं।