जिला बिलासपुर के घुमारवीं में एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरविन्द शर्मा की अगुआई में एनएचएम कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से मुलाकात की और सालों से लंबित रेगुलर पे स्केल की मांग को शीघ्र पूरा करने के लिए ज्ञापन दिया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में नेशनल हेल्थ मिशन, टीबी कंट्रोल सोसाइटी, और एड्स सोसाइटी में लगभग 1500 कर्मचारी गत 15 से 20 सालों से कार्यरत हैं। लेकिन किसी सरकार ने इन कर्मचारियों की सुध नहीं ली। आज तक इन कर्मचारियों के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई जिस कारण इन कर्मचारियों का वर्तमान और भविष्य दोनों अंधकार में है। सालों से उपेक्षा का शिकार हो रहे ये कर्मचारी घोर निराशा में है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश को राष्ट्रीय पुरस्कार मिल रहे हैं। देश भर में हिमाचल स्वास्थ्य के क्षेत्र में आज यदि अग्रणी है तो इन कर्मचारियों के अहम योगदान को नकारा नहीं जा सकता। एनएचएम कर्मचारी सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए जी जान लगा देते हैं। लेकिन सरकार है कि दशकों बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों को नियमित करना तो दूर अभी तक रेगुलर पे स्केल तक नहीं दिया जा रहा। इस कारण कर्मचारियों में घोर निराशा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो कर्मचारी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर हो जाएंगे। कर्मचारी संघ ने जयराम सरकार पर भरोसा दिखाते हुए मांग की है कि एनएचएम कर्मचारियों को शीतकालीन विधानसभा सत्र में रेगुलर पे स्केल की स्वीकृति प्रदान कर दी जाए।