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102 किमी की अल्ट्रा ट्रेल में नवांग त्सेरिंग ने रिकॉर्ड समय में स्वर्ण पदक जीता
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महिला वर्ग में तेनजिन डोलमा और नताशा मेहर बनीं विजेता
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लेज़र रन में दिव्यांश जगटा और सोनिया चौहान को मिला पहला स्थान
Silk Route Ultra Trail 2025; सिल्क रूट अल्ट्रा ट्रेल (SRUT) 2025 ने एक बार फिर साहस, सहनशक्ति और संस्कृति के मेल को जीवंत कर दिया। 13 अप्रैल को शिमला में आयोजित इस ऐतिहासिक ट्रेल रेस में देशभर के प्रतिभागियों ने विभिन्न श्रेणियों में दमखम दिखाया।
102 किलोमीटर की कठिन और चुनौतीपूर्ण अल्ट्रा ट्रेल में नवांग त्सेरिंग ने इतिहास रचते हुए यह दूरी सिर्फ 15 घंटे 31 मिनट में पूरी की, जबकि पिछले साल का स्वर्ण पदक विजेता इस रेस को 19 घंटे से अधिक समय में पूरा कर पाया था। नवांग को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। विशाल शंकर वलावी को रजत और शशवत राव को कांस्य पदक मिला।
55 किलोमीटर श्रेणी में पुरुष वर्ग में स्टेंजिंग वांगचुक ने पहला स्थान प्राप्त किया। अंकुर कुमार को दूसरा तथा देशराज को तीसरा स्थान मिला।
महिला वर्ग में तेनजिन डोलमा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जबकि नामग्याल ल्हामो को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
30 किलोमीटर श्रेणी में पुरुष वर्ग में देवेंद्र कुमार स्वर्ण पदक विजेता बने। कृष्णा राज को रजत और योगेंद्र को कांस्य पदक मिला।
महिला वर्ग में नताशा मेहर ने शानदार रफ्तार दिखाई और स्वर्ण पदक हासिल किया। देबास्मिता रथ ने रजत पदक प्राप्त किया।
13 किलोमीटर लेज़र रन श्रेणी (Under-18) में बालक वर्ग में दिव्यांश जगटा ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि कर्ण तेनजिन और शुभम ठाकुर ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान पाया।
बालिका वर्ग में सोनिया चौहान को स्वर्ण पदक मिला, और अन्य विजेताओं की जानकारी अभी अपूर्ण है।
इस आयोजन ने न केवल खिलाड़ियों की सहनशक्ति और मानसिक दृढ़ता की परीक्षा ली, बल्कि हिमालयी संस्कृति, ग्रामीण जीवन और प्राकृतिक सौंदर्य को भी विश्व मंच पर प्रदर्शित किया। आयोजकों के अनुसार, SRUT का उद्देश्य “प्राकृतिक धरोहर, साहसिक पर्यटन और ग्रामीण सहभागिता” को बढ़ावा देना है।