सिरमौर के चूड़धार चोटी के पास तीसरी नाम की जगह से 2 जुलाई को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई श्रुति की तलाश के लिए अब राज्य सरकार एनडीआरएफ की मदद लेगी। इसके लिए सिरमौर पुलिस ने डीजीपी सीताराम मरडी को चिट्ठी लिखी है।
श्रुति की तलाश के लिए 9वें दिन भी पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी रहा। हिमाचल पुलिस के लगभग 50 जवान जंगल का कोना-कोना छान रहे हैं, लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली है। 8वें दिन पुलिस अधिकारियों का कहना था कि सर्च ऑपरेशन के दौरान उन्हें भेड़-बकरियों के कंकाल मिले, लेकिन श्रुति का कोई सुराग नहीं मिला।
गौरतलब है कि शिमला के चौपाल की रहने वाली श्रुति का परिवार 1 जुलाई रविवार को चूड़धार मंदिर में माथा टेकने गया था। सोमवार को घर लौटते समय तीसरी नामक स्थान पर श्रुति को टॉफियां लेने के लिए कुछ दूर अकेला भेज दिया था। इसके बाद जब बच्ची लौटकर नहीं आई तो उसकी तलाश की। उसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं है।
वहीं, पुलिस इस मामले में कई पहलुओं पर ध्यान दे रही है। जंगल में जानवरों के हमले के साथ ही अपराधिक नजरिये से भी इसकी जांच की जा रही है। एएसपी सिरमौर वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि सर्च अभियान जारी है। मोबाइल डंप डाटा का भी सहारा लिया जा रहा है। 50 से अधिक जवान चूड़धार के जंगलों में ग्रामीणों के साथ तलाशी अभियान जारी रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि बच्ची की तलाश के लिए एनडीआरएफ को बुलाया जा रहा है। इसके लिए सिरमौर पुलिस ने डीजीपी को चिट्ठी लिखी है। वहीं, पुलिस ने पहले ही बच्ची के लापता होने पर आईपीसी की धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया है।