कुल्लू के कलेहली के बालआश्रम में रहा रमेश पूरे 2 सालों के बाद अपने परिवार से मिला। रमेश के दादा उसे लेने के लिए नेपाल से कुल्लू पहुंच चुके हैं। रमेश को उसके परिवार से मिलाने के लिए डीसीपी कुल्लू आशीष ने बड़ी भूमिका निभाई है। रमेश दो साल पहले अपनी बुआ के लड़के के साथ भारत आया था। यहां पहुंचने पर रमेश ने मनाली में एक ढाबे पर काम करना शुरू कर दिया। यहां से उसे चाइल्ड हेल्पलाइन ने रेस्क्यू कर कलेहली बाल आश्रम भेज दिया। यहां रमेश आठवीं कक्षा में पढ़ रहा था।
एसपी कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि कुछ महीने पहले डीएसपी कुल्लू आशीष शर्मा ने बाल आश्रम कलेहली का दौरा किया था। इस दौरान उन्हें पता चला कि यहां नेपाल के कुछ बच्चे रह रहे हैं। डीएसपी ने उन बच्चों को उनके घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया और उन्होने कुल्लू में काम कर रहे नेपाली संगठनों से इस बारे में बात की।
नेपाली संगठन के सदस्यों ने भी बच्चों की फोटो व जानकारी को नेपाल में जाकर सांझा किया। इससे रमेश के परिवार को तलाश करने में मदद मिली। जांच पड़ताल के बाद एक परिवार ने रमेश की पहचान कर ली। रमेश के दादा उसे लेने के लिए कुल्लू पहुंच चुके हैं। बाल आश्रम में रह रहे रमेश ने कहा कि उसे घर की बहुत याद आती थी। उसे घर जाते हुए बहुत खुशी हो रही है।