शिमला जिला की नेरवा दूरदराज का विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र चौपाल-नेरवा मार्ग अभी भी मुख्यालय शिमला से यातायात संपर्क से कटा है। बर्फबारी के 5 दिन बाद भी नेरवा-चौपाल-शिमला मार्ग वाहनों के लिए बाहल नहीं हुआ है। तहसील चौपाल की 54 पंचायतों का संपर्क मुख्यालय से आज 5 दिन बीत जाने के बाद भी यातायात मार्ग बंद पड़ा है। हालांकि चौपाल पंचायतों के 50 से ज्यादा HRTC के रूट को प्रभावित पड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग चौपाल में कछुआ चाल से सड़क खोलने में लगा हुआ है। चौपाल से चंबी तक की दूरी मात्र 18 किलोमीटर है और यह सारा रास्ता जंगल का है जिसमें की 2 फीट से ज्यादा बर्फ गिरी है लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग 5 दिन से 18 किलोमीटर सड़क खोलने में असमर्थ रहा है। इसका खामियाजा चौपाल की जनता को भुगतना पड़ रहा है कि जनता को शिमला के लिए चौपाल से नेरवा से पांवटा साहिब होकर वाया चंडीगढ़ होकर शिमला पहुंचना पड़ रहा है। इसमें उन्हें हजार रुपए प्रति सीट टैक्सी में जाकर किराया चुकाना पड़ रहा है।
उधर ऑफशेटिंग आर ऐम नेरवा का कहना है कि हिमाचल पथ परिवहन निगम बस डिपो नेरवा की बसें भी सड़कों में फंसी हुई हैं। जिसमें माटल, टिकरी, झीना, खद्दर, जोकड़, सराहा, नावधार, कुटा, गण, पोडिया, लानी, बमटा विभिन्न रूप शामिल हैं।
उधर ऐक्सीन पीडब्ल्यूडी चौपाल एके पाल का कहना है कि हमने चंबी से खिड़की की ओर बर्फ को साफ करने के लिए मशीन लगाई हुई है और खिड़की से रिय्णी तक भी जेसीबी मशीन बर्फ को हटाने में लगी हुई है और उधर से चोपाल से दो मशीनें चबी की ओर भेजी गई हैं। जोकि बर्फ हटाने में लगी हुई हैं लेकिन जब तक बर्फ को साफ किया गया तब तक मौसम फिर से खराब हो गया था और 1 फीट बर्फ गिर गई। जिसके कारण सड़क को खोलने में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज शाम तक सड़क को ट्रैफिक के लिए बहाल कर दिया जाएगा। उधर चौपाल की जनता ने एक्स-सीएन बिजली विभाग चौपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बिजली विभाग चौपाल के कर्मचारियों ने हो रही मूसलाधार बारिश और बर्फबारी के बीच में 1 दिन के अंदर ही चौपाल नेरवा की सभी गांवों में बिजली बहाल की जबकि आज से पहले यहां जो हल्की सी बारिश और बर्फबारी पड़ जाती थी।
एक्स सीएन बिजली विभाग चौपाल बलदेव कुमार का कहना है कि हमने सभी जगह ट्रांसफॉर्मर, खंबे लगाए हैं और बिजली सब-स्टेशन पर नई मशीनरी और नए पैनल लगे हुए हैं जिससे कि अब नेरवा चौपाल में बिजली जाने की संभावना कम रहती है।