मंडी में सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी है इससे शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग का अध्याय शुरू होगा । नई शिक्षा नीति से बच्चों को गुणवत्ता वाली शिक्षा हासिल होगी । उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत जहां बीए 4 साल की होगी तो वही एम ए 1 साल की होगी। नई शिक्षा नीति में राष्ट्रभाषा को तवज्जो मिलेगी और पाठ्यक्रम में उन तमाम क्रांतिकारी और देशभक्तों का जीवन से संबंधित तमाम इतिहास पढ़ने को मिलेगा जो अभी तक गौन था ।
उन्होंने कहा कि साम्यवादी लेखकों ने हिंदू संस्कृति को तहस-नहस करने औक स्वतंत्रता आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति देने वाले उन तमाम क्रांतिकारियों की अनदेखी की जिन्होंने अपना बलिदान देश के लिए दिया था। हमारे इतिहास में अलाउद्दीन खिलजी, अकबर ग्रेट, सिकंदर महान, हुमायूं, अकबर और उन तमाम लोगों का इतिहास पढ़ाया गया जिन्होंने भारत को लूटा और उसे टुकड़े टुकड़े करने की कोशिश की । इतिहासकारों ने शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, तात्या टोपे श्यामा प्रसाद मुखर्जी, गुरु गोविंद सिंह, गुरु तेग बहादुर तथा अनेक क्रांतिकारियों की जीवन शैली को अपनी कलम से उतरने का परहेज किया ।
नई शिक्षा नीति के तहत देश में नए युग का सूत्रपात होगा तथा युवाओं को गुणवत्ता वाली शिक्षा मिलेगी जो राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर बनाई गई है । नई शिक्षा नीति के लिए सांसद रामस्वरूप शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, का आभार जताया है।