भले ही देश के कई राज्यों में ओमिक्रॉन के ख़तरे को देखते हुए बंदिशें लगा दी हैं। लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार ओमीक्रोन के डर के बजाए पर्यटन से मुनाफ़ा देख रही है। यही वजह है कि अभी हिमाचल में कोई बंदिशें नहीं लगाई गई हैं। पहाडों की रानी शिमला सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर न्यू ईयर पर मनाये जाने वाले कार्यक्रमों को देखते हुए पुलिस सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। शिमला में पर्यटकों का हुजूम उमड़ आया है। बढ़ते ओमिक्रॉन के खतरे और कानून व्यवस्था को लेकर शिमला पुलिस ने पर्यटकों को नियमों की पालना करने की सलाह दी है।
शिमला पुलिस ने क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए शहर को 5 सेक्टर में बांटा है जबकि छठा सेक्टर ट्रैफिक का होगा। शहर में नए साल पर 250 पुलिस कर्मी सुरक्षा का ज़िम्मा देख रहे हैं। पूरे शहर में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था के लिए पुलिस जवानों को तैनात कर दिया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका भटूंगरु ने बताया कि नए साल के जश्न के लिए भारी संख्या में पर्यटक शिमला पहुंच रहे हैं जिसके चलते ट्रैफिक की समस्या भी आ रही है। इसलिए जिला प्रशासन ने क्रिसमस और नए साल पर 5 प्रतिबंधित सड़को को पार्किंग के लिए खोल दिया है। कानून व्यवस्था के लिए 4 रिजर्व फोर्स शहर में तैनात कर दी गई हैं। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए पर्यटकों से कोविड नियमों की पालना की अपील भी की गई है।
हालांकि हिमाचल प्रदेश में ओमीक्रॉन का एक मामला आया वह भी ठीक हो चुका है और एक्टिव मामले 370 रह गए है। लेकिन 70 लाख की आबादी वाले प्रदेश में कोरोना से 3856 मौत हो चुकी है। दूसरी लहर में तो मौतों का आंकड़ा चार गुणा बढ़ा। ऐसे में ओमीक्रॉन की तीसरी लहर के बीच नए साल पर जुटने वाली भीड़ क्या नियमों के पालन से संक्रमण को रोक पाएगी?