बागवानी विकास परियोंजना के अंतर्गत जिला कुल्लू में तीन दिवसीय कार्यशला प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में न्यजीलैंड के विशेषज्ञों ने किसान बागवानों और बागबानी अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही इस कार्यक्रम में लगभग 50 बागवानों तथा विभागीय अधिकारियों ने भी भाग लिया। इसके बाद विशेषज्ञों द्वारा कलस्टर, तलोगी के जिया क्ष़ेत्र में बागीचों में व्यवहरिक प्रशिक्षण में 100 से अधिक किसान-बागवानों, जो कुल्लू जिला के विभिन्न विकास खंडों से आए थे। उन्हे व्यवहारिक बागवानी ज्ञान दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान बागवानों के अतिरिक्त आरके गोयल उपनिदेशक उद्यान अधिकारी कुल्लू , डॉ.. आरएन ठाकुर, प्रेम शर्मा उतम राम बिशेषज्ञ, डॉ. विंदु शर्मा, उ़द्यान विकास अधिकार, कमलेश शर्मा मेहर ठाकुर सामाजिक विशेषज्ञ, उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में डॉ. नेलसन न्यूजीलैड से आए विशेषज्ञ और डॉ. जगीदश उद्यान अधिकरी शिमला ने किसानों को बताया कि सेब पौधे लगाने से पूर्व मिट्टी जांच करवाना अति आवश्यक है और इसमें डालने के लिए खाद और दवाईयों का उपचार बताया गया।
इसके साथ ही किसनों को यी बताया गया कि गढ़े में रेत सड़ा गोवर जरूर डाले 1 फुट उपर वाली मिटटी में 500 गा्रम सुपर फास्फेट खाद जडों की वृधि के लिए आवश्यक डाले साथ ही उन्होंने बताया कि कटिंग प्रुनिंग तथा पौधे के रख-रखाब और निश्चित समय में दवाईयों का उपयोग करने की जानकारी दी।