शिमला नागरिक सभा ने टूटू में जनता की समस्याओं को लेकर टूटू चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया। नागरिक सभा द्वारा टूटू के बाजार में एक रैली का भी आयोजन किया गया। इस दौरान बिजली बोर्ड के ऑफिस के बाहर जोरदार नारेबाजी की गई। नागरिक सभा ने नगर निगम व जिला प्रशासन को चेताया है कि अगर समस्याओं का शीघ्र समाधान न हुआ तो नागरिक सभा का आंदोलन उग्र होगा।
शिमला नागरिक सभा अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि टूटू में समस्याओं का अंबार है परंतु निगम और जिला प्रशासन की ओर से कभी कोई पहलकदमी नहीं हुई है। पिछले 13 दिन से टूटू में रोजाना 2 घंटे से 8 घंटे तक बिजली गुल रहती है। बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं और बिजली बंद होने से परेशानी आ रही है। टुटू में एक 66 केवी और एक 33 केवी बिजली पावर स्टेशन कार्यरत होने के बाद भी ऐसा हो रहा है।
यही नहीं, टूटू में कूड़े कचरे के ढेर लगे हुए हैं, जिससे बंदरों और कुत्तों का आतंक और भी बढ़ गया है। विजयनगर, शिवनगर, मज्याठ, लोअर टूटू और सीनियर सेकंडरी स्कूल तक एम्बुलेंस रोड़ की व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा लाइटों की कमी, एचआरटीसी की सेवा ना होना, गंदी नालियां टुटू की परेशानी का कारण बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि एनजीटी के निर्णय से न केवल टुटू अपितु साथ की लगती दर्जनों पंचायतों पर भी खतरा मंडरा रहा है। निर्णय से शहर की जनता के जीवन और स्मार्ट सिटी के तहत 1500 करोड़ रुपये से नगर निगम के कोर एरिया में विकास कार्यो को ग्रहण लग जायेगा। इसलिए सभी स्टेकहोल्डरों, समाजसेवी संस्थाओं और संगठनों को आगे आकर इस जनविरोधी निर्णय के खिलाफ मुखर होना होगा।