कुल्लू मनाली सड़क मार्ग पर रायसेन के समीप एनएचएआई द्वारा लगाए गए टोल प्लाजा का विरोध कम नहीं हो रहा है। मनाली विधानसभा क्षेत्र की कई पंचायतें यहां टोल प्लाजा लगने का विरोध कर रही हैं। वहीं वीरवार को मनाली के दर्जनों लोगो ने आज एसडीएम से मीटिंग की । मनाली के दर्जनों लोग एसडीएम कुल्लू के कार्यालय पहुंचे और वहां पर उन्होंने इस टोल प्लाजा के बारे में आपत्तियां भी दर्ज की। इस टोल प्लाजा के आसपास बहुत से ऐसी पंचायतें हैं जहां से उनका रोजाना दिन में कई बार गुजारना होता है।
वहीं, यह सड़क कुल्लू से मनाली तक टूलेन बनी हुई है लोगो का कहना है की नियमों के अनुसार इतना टोल टैक्स लेना भी उचित नहीं है। इससे पहले भी टोल प्लाजा को यहां से हटाने के लिए प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है। यह टोल प्लाजा फोरलेन सड़क पर लगाया जाना चाहिए। क्योंकि मनाली में पहले से ही 2 टैक्स बैरियर स्थापित है। अगर कुल्लू से मनाली के बीच टोल प्लाजा भी स्थापित होता है तो 35 किलोमीटर की सड़क पर 3 टैक्स बैरियर स्थापित होंगे। जिससे यहां लोगों की परेशानियां कम होने की बजाय बढ़ती रहेंगी।
एसडीएम कुल्लू अनुराग चंद्र शर्मा ने बताया की आज एनएच अधिकारियों और मनाली के आस पास की कुछ पंचायतो के लोगो के साथ टोल प्लाज़ा को लेकर चर्चा की गयी और सभी ने अपनी बात एनएच के सामने रखी है और उपायुक्त कुल्लू ने भी, पूरे मामले को लेकर आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस समस्या का हल मिल जुलकर निकला जाएगा।
महेंद्र ठाकुर ने बताया कि आज नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और स्थानीय लोगों की प्रशासन के साथ मीटिंग थी और उनकी मांग यह थी कि जिला कुल्लू और लाहौल के लोगों को टोल टेक्स से मुक्त रखा जाए लेकिन आज इस बैठक में कोई भी फैसला नहीं हो पाया और कल शिमला में एनएच के अधिकारियों और मुख्यमंत्री की बैठक है और उन्होंने 1 हफ्ते का समय दिया गया है अगर 1 हफ्ते के अंदर टोल को लेकर किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा
भुवनेश्वर गौड़ ने कहा की जिला कुल्लू में रोजाना बहुत से लोगों को आना होता है और अगर स्थानीय जनता रोज टोल प्लाजा की वजह से परेशान हो रही है। उन्होंने कहा कि विभाग ने टोल प्लाजा तो लगा दिया लेकिन सड़कों की हालत अभी तक बहुत ही दयनीय है रोजाना सड़क इस सड़क पर कोई न कोई हादसा हो रहा है और लोग अपनी जान गवां रहे हैं इसलिए यह टोल प्लाजा यहां लगाना बिल्कुल भी उचित नहीं है। टोल पलाज़ा को यहां से हटाकर जिला के बाहर शिफ्ट किया जाना चाहिए।