कुठार खुर्द में आयोजित जनमंच के दौरान उदयपुर निवासी ऊषा देवी ने विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के सामने अपनी समस्या रखी। उन्होंने कहा कि घर बनाने के लिए पैसा आया था लेकिन वापस चला गया। इस पर संबंधित अधिकारी ने बताया कि परिवार के पास घर बनाने के लिए पर्याप्त भूमि नहीं है, जिसकी वजह से पैसा वापस गया है। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष ने डीसी संदीप कुमार को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जनमंच कार्यक्रम के दौरान उदयपुर निवासी सोमदत्त ने आरोप लगाया कि जमीन की निशानदेही को लेकर पटवारी पैसों की मांग करता है और निशानदेही के लिए समय भी नहीं दे रहा है। अब बार-बार पटवारखाने के चक्कर लगाकर थक गया हूं।
इस मामले पर विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कड़ा संज्ञान लिया और उपायुक्त ऊना संदीप कुमार को जांच करने को कहा। अगर जांच में पटवारी दोषी पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार जवाबदेह प्रशासन चाहती है, इसलिए ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए।
वहीं उदयपुर निवासी गुरमीत कौर ने कहा कि बरसात का पानी घर में घुस जाता और मकान की रिपेयर के लिए पैसा भी नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन भी नहीं मिल रही। इस पर मुख्यतिथि ने पंचायत सचिव व कल्याण विभाग को कार्रवाई करने को कहा। उदयपुर की बलविंदर कौर ने भी अपने मकान की मरम्मत व बरसाती पानी का सही निकासी न होने का मामला उठाया।
जनमंच में कुठार कलां निवासी कुशल कुमार की पत्नी ने कहा कि उनके पति दिव्यांग हैं और घर में कमाने वाला कोई सदस्य नहीं है। बीपीएल में नाम न होने की वजह से उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा।
इस पर उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा कि बीपीएल सूचियों की समीक्षा के लिए ग्राम सभा की बैठक होने जा रही है, ऐसे में संबंधित ग्राम पंचायत इस मामले पर बैठक में चर्चा करे। आबादा बराना के तरसेम लाल ने कहा कि उनके घर के पास वन विभाग का पेड़ है, जिससे उनके मकान को खतरा है और विभाग ने अभी तक यह पेड़ काटा नहीं है। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने वन विभाग को जल्द से जल्द समस्या का हल करने के निर्देश दिए।