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जयसिंहपुर के सिविल अस्पताल में एंटी रेबीज का टोटा, मरीज को दर-दर पड़ा भटकना

अजीत वर्मा, जयसिंहपुर |

जयसिंहपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किये जाने वाले बड़े बड़े दावे एक बार फिर खोखले शाबित हुए हैं। उसमें चाहे अनमोल इंसानी जीवन की बात की जाए चाहे बेजुबान जानवरों की। जयसिंहपुर के नागरिक अस्पताल में 108 एम्बुलेंस आने को लेकर बधाइयों का सिलसिला ख़त्म भी नहीं हुआ कि अस्पताल एक बार फिर चर्चा में आ गया। नागरिक चिकित्सालय में रेबीज के इंजेक्शन न होने को लेकर मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय पंचायत का युवक रात करीब नौ बजे जयसिंहपुर के नागरिक चिकित्सालय पहुंचा तथा अपनी गाय जिसका दूध वह और उसका परिवार पीता है के पागल होने की बात डॉक्टर को बताई ।

डॉक्टर ने उसे रेबीज का इंजेक्शन बाज़ार से लाने की बात की पीड़ित युवक द्वारा रेबीज का इंजेक्शन अस्पताल में न मिलने का कारण पूछने पर डॉ. से उसे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। जिस के बाद युवक इंजेक्शन लेने जयसिंहपुर बाज़ार पहुंचा लेकिन पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण बाज़ार बंद हो चुका था जैसे तैसे युबक ने मेडिकल स्टोर वाले से सम्पर्क करके इंजेक्शन लिया।

युवक जिसने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि उसकी गाय के वयवहार में कुछ तब्दीली आने के कारण मंगलवार को उसने जानबरों के डॉक्टर को बुलाया डॉक्टर ने गाय के पागल होने की बात उसे बताई तथा उसको परिवार सहित नागरिक चिकित्सालय जाने की सलाह दी । लेकिन नागरिक चिकित्सालय में उसे रेबीज का इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हुआ जिसे उसने बड़ी मुश्किल से बंद मेडिकल स्टोर को दोवारा खुलवाकर प्राप्त किया।
युवक ने आगे बताया कि बुधबार को अन्य जानवरों के डॉक्टर को गाय दिखाई जिसने गाय के पागल होने की बात को नकारा और गाय का उपचार किया जिसके बाद गाय के स्वास्थ्य में सुधार हुआ।

लापरवाही किसी की भी रही हो लेकिन यस घटना कई सवाल खड़े कर रही है कि जयसिंहपुर क्षेत्र में बेजुबान जानवरों के साथ साथ इंसानी जीवन कितना सुरक्षित है। जयसिंहपुर चिकित्सालय दर्जा तो बढ़ा दिया गया लेकिन सुविधाएं सबके सामने हैं।एक तरफ गर्मियों के मौसम होने के बाबजूद नागरिक चिकित्सालय में रेबीज जैसे जरुरी इंजेक्शन नहीं है तो दूसरी तरफ जानवरों के डॉ. की कार्यप्रणाली भी कई सवाल पैदा करती है जिसके कारण एक परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ा।

वहीं, खंड चिकित्सा अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो हमेशा की तरह अपनी आदत के अनुसार उन्होंने फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी गुरदर्शन गुप्ता से बात करने पर उन्होंने बताया कि जयसिंहपुर चिकित्सालय में रेबीज के इंजेक्शन न होने की जानकारी उन्हें नहीं है। एक दो दिन में इंजेक्शन उपलब्ध करवा दिए जायेंगे।