कॉलेज कैडर के प्रमोट हुए पांच स्कूल प्रिंसिपलों पर पर अब डिमोशन का खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश सरकार ने कॉलेज कैडर के प्रमोट किए पांच प्रिंसिपलों को रिकॉर्ड जमा न करवाने पर फटकार लगाई है। शिक्षा विभाग ने प्रिंसिपलों को तय समय पर स्कूल में ज्वांइनिंग न देने पर भी कड़ी कार्रवाई के आदेश भी जारी कर दिए हैं। सरकार ने पांच स्कूल प्रिंसिपलों को रिकॉर्ड ना देने पर कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
जानकारी के तहत इन प्रिंसिपलों पर विभागीय परीक्षा पास करने के दस्तावेज उपलब्ध न करवाने पर यह कार्रवाई की गई है। इन प्रवक्ताओं को सरकार ने हाल ही में प्रधानाचार्य के पद पर प्लेसमेंट का तोहफा दिया था। इस दौरान इन शिक्षकों को भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के तहत विभागीय परीक्षा पास करना अनिवार्य किया था और इसके दस्तावेज सरकार को भी उपलब्ध करवाए जाने थे, लेकिन शिक्षकों ने यह दस्तावेज सरकार को मुहैया नहीं करवाए।
ऐसे में जब इन शिक्षकों के दस्तावेज खंगाले गए तो इनमें विभागीय परीक्षा पास करने का कोई प्रमाण पत्र नहीं थे। इसके बाद शिक्षा सचिव अरूण शर्मा ने मामले पर संज्ञान लेते हुए शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
सरकार ने इन शिक्षकों को 10 दिन में यह दस्तावेज जमा करवाने को कहा है, ओर यदि शिक्षक इस तय समयसीमा में संबंधित दस्तावेज जमा नहीं करवाता है, तो उसकी डिमोशन तय है। इसके अलावा शिक्षक पर नियमों के अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी। सरकार द्वारा जारी आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि इस दौरान ऐसे अन्य मामले सामने आते हैं, जिन्होंने विभागीय परीक्षा पास नहीं की है, तो ऐसे में उन सभी की डिमोशन होगी। उन्हें वापस प्रवक्ता के पद लगाया जाएगा।