मंडी जिला में द्रंग की पहाड़ियों से निकलने वाले प्राकृतिक काले चट्टानी नमक को अब हिमाचल प्रदेश की सरकार निकालेगी। राज्य सरकार जल्द ही द्रंग की नमक खानों का अधिग्रहण करने जा रही है।
मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने इसकी पूरी प्रपोजल बनाकर राज्य सरकार को सौंप दी है। हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड और हिमाचल सरकार के बीच जल्द ही इस संदर्भ में एक औपचारिक बैठक होगी। जिसके बाद राज्य सरकार इसका अधिग्रहण कर लेगी।
बता दें कि द्रंग की नमक खान लंबे समय से बंद पड़ी थी और मौजूदा सांसद राम स्वरूप शर्मा के प्रयासों से इसे दोबारा शुरू किया जा सका, लेकिन यह खान अभी भी सुचारू ढंग से काम नहीं कर पा रही है और इसके पीछे का कारण बन रही है हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड की मंदी हालत।
हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड ने द्रंग नमक खान के संचालन को लेकर एक तरह से अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। यही कारण है कि अब सांसद रामस्वरूप शर्मा ने हिमाचल सरकार से इसके अधिग्रहण की मांग उठाई है। ज्ञात रहे कि हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड भारत सरकार का उपक्रम है, लेकिन इन दिनों यह उपक्रम आर्थिक बोझ तले दब गया है। द्रंग के लिए ही केंद्र सरकार ने 300 करोड़ का लिक्विड नमक कारखाना भी स्वीकृत कर रखा है। उसके लिए जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है, लेकिन हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड आर्थिक कारणाों से इस दिशा में आगे नहीं बढ़ पा रहा है जिस कारण यह प्रोजेक्ट अभी तक लटका हुआ है। अगर राज्य सरकार इसका अधिग्रहण करती है तो फिर सरकार इस कार्य को अपने स्तर पर आगे बढ़ा सकती है।
सांसद राम स्वरूप शर्मा ने बताया कि अधिग्रहण के संबंध में पूरी जानकारी सीएम जयराम ठाकुर को लिखित में सौंप दी गई है और जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा, ताकि यहां रूक रहे कार्यों को जल्द पूरा किया जा सके।
वहीं दूसरी तरफ इसी वर्ष 22 जनवरी को द्रंग खान से नमक निकालने का काम शुरू भी हो गया था, लेकिन यह काम अधिक दिनों तक नहीं चल पाया। बरसात के मौसम में खानों में फिर से पानी भर जाने के बाद यह काम अभी तक बंद पड़ा हुआ है। इस कारण काले चट्टानी नमक का कारोबार करने वाले इन दिनों बेरोजगार हो गए हैं।
चट्टानी नमक व्यापार मंडल के प्रधान जय प्रकाश शर्मा ने बताया कि आज भी देश में पाकिस्तान का काला चट्टानी नमक आयात किया जा रहा है और यहां की खान अभी तक बंद पड़ी है। इन्होंने सांसद से आग्रह किया है कि इन्हें खान में काम करने का मौका दिया जाए, यह 15 दिनों में नमक निकाल कर दिखा देंगे।
बता दें कि चट्टानी नमक की खाने सिर्फ मंडी जिला के द्रंग और गुम्मा में ही हैं और ऐसे में यहां से नमक न निकलने के कारण देश को पाकिस्तान से नमक आयात करना पड़ रहा है। इस खान के शुरू होते ही पाकिस्तान से नमक का आयात करने की जरूरत नहीं होगी। वहीं दूसरी तरफ हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड ने 15 दिनों में नमक निकालने का प्रोसेस शुरू करने की बात कही है ताकि लोगों को पेश आ रही समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जा सके।