मनाली-लेह मार्ग अब राहगीरों के लिए सुरक्षित नहीं रह गया है। इस मार्ग पर सफर करने वाले राहगीर का अंतिम सहारा भी अब नहीं रहा है। सफर में कोई प्रावधान न होने के कारण अब राहगीरों को सावधान होना होगा।
अभी तक सैलानियों और लेह के लोगों का सहारा बनी पुलिस पोस्ट को मौसम की परिस्थितियां देखते हुए लाहौल-स्पीति पुलिस ने हटाने के आदेश दे दिए हैं। 476 किमी लंबे इस सफर में अब जान जोखिम में पड़ सकती है। इससे पहले भी नवम्बर महीने में सफर करने वाले राहगीर अचानक हुई बर्फबारी का शिकार हुए हैं।
पुलिस ने हटाई अस्थाई चौकी, BRO ने भी समेटा काम
लाहौल-स्पीति पुलिस ने सरचू में अपनी अस्थाई चौकी को हटा लिया है, जबकि बीआरओ ने भी सरचू व बारालाचा में अपना काम समेट लिया है। पुलिस ने सरचू के साथ-साथ कारगिल मार्ग के शिंकुला दर्रे से भी अस्थाई चौकी को हटा लिया है। इस मार्ग पर सफर करने वाले राहगीर अब भगवान भरोसे ही रह गए हैं। हालांकि पटसेउ में सासे के अनुसंधान केंद्र तक राहगीर को सहारा अभी भी मिल रहा है, लेकिन पटसेउ से लेह तक किसी भी प्रकार की मदद मिलने की संभावना नहीं है।
वहीं,SP लाहौल-स्पीति गौरव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए लाहौल-स्पीति पुलिस ने सरचू सहित शिंकुला दर्रे से अपनी अस्थाई चौकियों को हटाने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने राहगीरों से आग्रह किया है कि अब इस मार्ग पर सफर करने का जोखिम न उठाएं।